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Basic Shikshak khabar 2023: उत्तर प्रदेश के परिषदीय विद्यालयों में कैसी होंगी ऑनलाइन अटेंडेंस और उसका जमकर क्यू हो रहा है विरोध

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नमस्कार दोस्तों मैं जे एम कुशवाहा आज आप लोगों को इस पोस्ट में बेसिक शिक्षा से रिलेटेड  इस पोस्ट में दी गई सभी जानकारियां विभिन्न स्रोतों से ली गई है यदि आप को किसी भी जानकारी में कोई भी डाउट लगे तो आप हमें ईमेल के जरिए  मैसेज कर सकते हैं या आप उस जानकारी रिलेटेड गूगल पर ऑथेंटिक साइट पर जाकर देख  सकते हैं|

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Basic Shikshak Khabar: इस ब्लॉक पोस्ट में हम आपको बेसिक शिक्षा विभाग से संबंधित सभी जिलों में होने वाले आए दिन प्रमुख अपडेट को साझा करेंगे जिससे बेसिक शिक्षा में होने वाली समस्त जानकारियों व जिलों में होने वाले विभिन्न कार्यक्रम हुआ आदेशों का पता सा समय होता है

बेसिक शिक्षा (Basic Shikshak): ऑनलाइन अटेन्डन्स  का विरोध

शिक्षक और स्टूडेंट्स की ऑनलाइन हाजिरी को लेकर परिषदीय स्कूलों के शिक्षकों का विरोध शुरू हो गया है. शिक्षकों ने ऑनलाइन हाजिरी लगाने को लेकर साफ इनकार कर दिया है. शिक्षकों का कहना है कि टेबलेट दे दिया गया है. महीने भर से ये अलमारियों में बंद पड़े हैं लेकिन इन्हें चलाने के लिए न ट्रेनिंग दी गई है और न ही सिम. डाटा कहां से इस्तेमाल होगा, इसका भी कुछ पता नहीं. ऐसे में शिक्षक अपने स्मार्ट फोन से ऑनलाइन हाजिरी लगाने को लेकर पीछे हट गए हैं.[Basic Shikshak khabar]

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बेसिक शिक्षा विभाग ने बीते 10 नवंबर को शिक्षकों और स्टूडेंट्स की ऑनलाइन हाजिरी के साथ 16 रजिस्टर (16 अन्य प्रकार की हाजिरी) को ऑनलाइन करने के निर्देश जारी किए हैं. इसके लिए शिक्षकों को 20 नवंबर से प्रत्येक दशा में ऑनलाइन हाजिरी को शुरू करने के लिए कहा गया है. आदेश में टेबलेट और स्मार्ट फोन की मदद से हाजिरी लगाने के निर्देश शामिल हैं.

परिषदीय स्कूल के एक शिक्षक ने बताया कि परिषदीय स्कूलों में शिक्षा की सुविधाएं बेहतर नहीं है. विद्यालय जर्जर अवस्था में है. छमाही परीक्षा में पेपर और उत्तरपुस्तिकाओं की व्यवस्था तक विभाग द्वारा नहीं की गई. इसके लिए मिलने वाला बजट तक जारी नहीं हुआ. कई स्कूलों में स्टूडेंट्स की संख्या 100 से पार है और एक ही नियमित शिक्षक के ऊपर शिक्षण कार्य की जिम्मेदारी है. ऐसे में एक ही शिक्षक से 100 से ज्यादा स्टूडेंट्स की बायोमेट्रिक व फेस स्कैन कर हाजिरी लगा पाना संभव नहीं है. ग्रामीण नहीं नगर क्षेत्र के विद्यालयों में भी शिक्षकों का टोटा है. उधर, डिजिटल तकनीक से उपस्थिति लगाने के निर्देश जारी किए गए हैं और इसकी कोई ट्रेनिंग तक नहीं दी गई है

ऑनलाइन उपस्थिति योजना को पायलट प्रोजेक्ट के तहत शुरुआत में 7 जिलों से शुरू किया गया है. इसमें लखनऊ, सीतापुर, लखीमपुर खीरी, रायबरेली, उन्नाव, हरदोई एवं श्रावस्ती जिला शामिल हैं. लखनऊ मंडल के अलावा श्रावस्ती से एक अलग से जिला पायलट प्रोजेक्ट के लिए चुना गया है.

17 हजार टेबलेट बांट दिए, डाटा का पता नहीं

प्राथमिक शिक्षक संघ के अध्यक्ष सुधांशु मोहन ने कहा कि शिक्षक अभी तक डीबीटी, डाटा फीडिंग, आधार फीडिंग संबंधी सभी काम अपने स्मार्ट फोन से करते आ रहे हैं. शिक्षकों को इस काम में खर्च होने वाला डाटा अब तक नहीं मिलता है. विभाग ने 17 हजार का टेबलेट दिया है. ये अलमारियों में रखे हुए सड़ रहे हैं. विभाग जब तक सिम और डाटा उपलब्ध नहीं कराएगा, तब तक शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी नहीं देंगे. शिक्षक कार्य से पीछे नहीं हटेंगे लेकिन, जब तक विभाग संसाधन उपलब्ध नहीं कराता है कोई भी शिक्षक ऑनलाइन हाजिरी नहीं देगा.

बीएसए अरुण कुमार का कहना है कि पायलट प्रोजेक्ट के तहत ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था शुरू हुई है. शिक्षकों को 20 नवंबर से ऑनलाइन हाजिरी लगानी है. योजना के सफल संचालन के बाद इसे अन्य जिलो में भी लागू किया जाएगा.

 

 सभी जिलों का आदेश जानना क्यों जरूरी[Basic Shikshak khabar]

सभी जिलों का आदेश जानना  इसलिए जरूरी है क्योंकि उससे आपको सभी जिलों होने वाले हलचल के बारे में पता चलता रहेगा जिससे आप रोजाना अपडेट रहेंगे और अपने आप को बेसिक शिक्षा के लिए मजबूत बनाते रहेंगे

सभी जिलों के आदेशों में अंतर क्यों[Basic Shikshak khabar]

यह बात सच है जब महानिदेशक द्वारा जारी किया गया आदेश ही सर्वमान्य होते हैं तो हर जिले के आदेशों में भी अंतर पाया जाता है उसका कारण यह होता है कि हर जिले के BSA अपने तरीके से किसी भी कार्य को लागू करने के लिए सभी शिक्षकों कर्मचारियों को आदेशित करता है इसलिए सभी जिलों के आदेश पहले या बाद में आते हैं जिनमें अक्सर परिवर्तन देखने को मिल जाता है

बेसिक शिक्षा(Basic Shikshak ) के नवाचार

आजकल बेसिक शिक्षा अन्य विभिन्न प्रकार के नवाचार देखने को मिलते हैं जिसमें पढ़ाने से लेकर कागजी कार्यवाही तक ऑनलाइन कर दी जा रही है जिसमें सरकार द्वारा विभिन्न एप्लीकेशन व वेबसाइट को लांच किया है जिससे सभी कर्मचारियों व शिक्षकों को किसी भी कार्य के लिए कोई दिक्कत ना हो जिसमें से विभिन्न ऐप व एप्लीकेशन निम्न वत है

दीक्षा एप Click Here
गूगल बोलो एप Click Here
प्रेरणा ऐप Click Here
प्रेरणा DBT ऐप Click Here
सामर्थ ऐप Click Here
प्रेरणा पोर्टल वेबसाइट Click Here
मानव संपदा वेबसाइट Click Here
एम स्थापना एप Click Here
यू डाइस प्लस वेबसाइट Click Here
निपुण लक्ष्य Click Here
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Disclaimer:

इस पोस्ट में दिखाई गई सभी जानकारियां गूगल न्यूज़ याहू न्यूज़ या व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से प्राप्त होते हैं जिसे हम अपने शिक्षक भाई-बहनों तक आसानी से पहुंचाने का कार्य इस वेबसाइट के माध्यम से करते हैं यदि इस पोस्ट लिखी गई जानकारी में यदि आपको थोड़ा भी डाउट हो तो आप ऑथेंटिक न्यूज़ को अपने जिले स्तर से ब्लॉक स्तर से एक बार जरूर पता कर ले यदि मानव त्रुटि वस कोई जानकारी गलत होती है तो इसमें लेखक की कोई भी जिम्मेदारी नहीं होगी व इस वेबसाइट के Owner की कोई जिम्मेदारी नहीं होगी [Basic Shikshak khabar]

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FAQ

प्र . बेसिक शिक्षा खबर(Basic Shikshak khabar ) से क्या तात्पर्य है

उत्तर- बेसिक शिक्षा में होने वाले बदलाव से

प्र . हर जिले के bsaका आदेश पढना क्यों जरूरी है[Basic Shikshak khabar]

उत्तर- हर जिले की bsa आदेश पढ़ना इसलिए जरूरी है क्योंकि उससे सभी चीजों का पता चलता रहता है

प्र . महानिदेशक का आदेश पढ़ना क्यों जरूरी है

उत्तर- आए दिन होने वाली परिवर्तन को जानने के लिए

प्र . निपुण भारत मिशन क्या है

उत्तर- भारत सरकार द्वारा संचालित एक ऐसा कार्यक्रम जिसमें सभी बच्चों को निपुण बनाना है

प्र . बेसिक शिक्षा विभाग में क्या परिवर्तन की आवश्यकता है

उत्तर- बेसिक शिक्षा विभाग में एक शिक्षक को अच्छे से यदि केवल पढ़ाने दिया जाए तो वह अपना बेस्ट देगा

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