नवाचार :एक पहल

शैक्षिक नवाचार(एजुकेशनल इनोवेशन ):बच्चो को नए नए नामो व पदों से परिचित करवाना

1 .छात्र-छात्रओं में स्टार आफ द मंथ / ईयर का चयन

छात्र-छात्राओं में अच्छा कार्य करने की प्रतिस्पर्धा जागृत करने हेतु स्वच्छता ,नियमित उपस्थित ,सर्वाधिक मेधावी तथा सर्वाधिक अनुशासित बच्चों को ‘स्टार आप द मंथ/ ईयर के रूप में सम्मानित किया जाता है

2.स्टार ऑफ द ईयर शिक्षक का सम्मान

विद्यालयों में प्रतिवर्ष बच्चों से मिले फीडबैक के आधार पर सर्वोत्कृष्ट शिक्षण करने वाले शिक्षकों स्टार ऑफ द ईयर शिक्षक के रूप में वार्षिकोत्सव के दौरान मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया जाता है

 

3.बाल अखबार का प्रकाशन

कतिपय विद्यालयों में बाल अखबार का प्रकाशन मासिक रूप से किया जाता है जिसमें बच्चों द्वारा बनाए गए चित्र कहानी कविताएं व विद्यालय में समय-समय पर आयोजित कार्यक्रमों के समाचार प्रकाशित किए जाते हैं

4. विद्यालय प्रोफाइल बोर्ड

कुछ विद्यालयों में एक ऐसे बोर्ड का निर्माण किया गया है जिसमें विद्यालय में नामांकन ,शिक्षक विवरण, विद्यालय में उपलब्ध सुविधाएं व जन सहयोग से दी जाने वाली सुविधाओं एवं पाठ सहगामी क्रियाओं तथा नवाचारों का विवरण दर्ज किया जाता है इस बोर्ड को हम स्कूल एट ए ग्लांस भी कहते हैं

5. बुलावा टोली का गठन

कुछ विद्यालयों में नामांकित बच्चों की उपस्थिति नियमित रखने हेतु विद्यालय में एक बुलावा टोली का गठन किया जाता है जिसे अटेंडेंस स्क्वायड का नाम दिया गया है इस टीम में शामिल बच्चे प्रतिदिन प्रार्थना सभा के दौरान अनुपस्थित बच्चों के घर जाकर उन्हें स्कूल लाने का कार्य करते हैं

6. शिक्षक बुलावा दल

कुछ विद्यालयों में प्रतिदिन अनुपस्थित बच्चों को बुलाने की जिम्मेदारी स्कूल की बुलावा टोली के अतिरिक्त संबंधित कक्षा अध्यापक को दी जाती है इसमें कुछ कक्षा में पढ़ने वाले सभी बच्चों के परिजनों या उसके आसपास के व्यक्ति के मोबाइल नंबर की डायरी तैयार की जाती है इसके सारे संबंधित शिक्षक उस बच्चे के माता-पिता को फोन कर उसे स्कूल भेजने के लिए कहते हैं कि जरूरत पड़ने पर शिक्षक बच्चों के घरों पर जाकर उनके परिजनों से संपर्क करते हैं इसे टीचर स्क्वायड भी कहते हैं

7. परमिशन कार्ड या आज्ञा पत्र की व्यवस्था

अक्सर कक्षा कक्ष एक साथ कई बच्चे पानी पीने या शौचालय के बहाने एक साथ बाहर निकलने की समस्या से निपटने के लिए विद्यालय की प्रत्येक कक्षा में परमिशन कार्ड या आज्ञा पत्र की व्यवस्था की जाती है प्रत्येक कक्षा में दो आज्ञा पत्र कक्षा मनीटर के पास होते हैं जो एक समय में एक ही बच्चे को उस कार्ड को देकर बाहर जाने की अनुमति देता है

8. बोलती दीवारे

बोलती दीवारों थीम पर अपनी स्कूल की बाहरी दीवारों से लेकर कक्षा कक्ष की दीवारों को उनकी कक्षा अनुरूप पाठ्य सामग्री की पेंटिंग व लेखन कार्य कराया जा सकता है जिससे प्रत्येक कक्षा कक्ष प्रिंट रिच मटेरियल से परिपूर्ण हो बोलती दीवारें बच्चों को सदैव अनायास ही कुछ ना कुछ सीखने में मदद करती हैं

9.शिक्षक जन्म दिन समारोह

विद्यालय के शिक्षकों का जन्मदिन विद्यालय के बच्चों के साथ धूमधाम से मनाया जाता है संबंधित शिक्षक द्वारा उस दिन सभी बच्चों के लिए केक मिठाई विशेष पकवान की व्यवस्था की जाती है इससे विद्यालय का वातावरण अच्छा बनता है शिक्षक व विद्यार्थी संबंधों में सुधार आता है धीरे-धीरे प्रत्येक शिक्षक अपने घर परिवार की हर खुशी बच्चों के साथ मिलकर बाटते हैं

10. मन की बात पेटी

कुछ विद्यालयों में एक पत्र पर टिका रखी जाती है जिसमें बच्चे अपने शिक्षकों या प्रधानाध्यापक से अपने मन की बात बिना नाम लिखे लिख कर डालते हैं प्रधान अध्यापक /शिक्षकों द्वारा पत्र पेटी का खोली जाती है और बच्चों की इच्छा अनुसार व्यवस्था में परिवर्तन किए जाते हैं

11. ईमानदारी की पेटी

कुछ विद्यालयों में एक ईमानदारी की पेटी नाम से एक बड़ा बॉक्स रखा गया है जिसमें बच्चे किसी गुम सामग्री ,पेन ,पेंसिल ,पुस्तक आदि पाने पर उसमें डाल देते हैं अगले दिन जिस बच्चे की मां सामग्री होती है पर्याप्त जांच पड़ताल करने के बाद उसे लौटा दी जाती है

12. मस्ती की पाठशाला “फन ड़े” का आयोजन

कुछ विद्यालयों में प्रत्येक शनिवार को बच्चों के लिए मस्ती की पाठशाला के रूप में फन डे का आयोजन किया जाता है जिसमें बच्चों को विभिन्न कौशलों का क्रियात्मक प्रशिक्षण बाल सभा का आयोजन कला संगीत भाषण नृत्य सामान्य ज्ञान निबंध मोनो एक्टिंग सहित विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन हेल्थ टिप्स स्वच्छता गतिविधियों का आयोजन स्मार्ट क्लास के माध्यम से तथा शिक्षकों के विशेष किया से किया जाता है प्रत्येक माह के अंतिम शनिवार को उस माह में पड़ने वाले सभी बच्चों का जन्म दिवस मनाया जाता है

13. संगीतमय असेंबली

कुछ सुविधा संपन्न विद्यालय में प्रतिदिन आयोजित प्रार्थना सभा में अलग-अलग प्रार्थनाएं अभियान गीत ,राष्ट्रगान संगीतमय धुनों पर आयोजित की जाती है इससे बच्चों में संगीत के प्रति रुचि बढ़ने के साथ-साथ वे उस में पारंगत होते हैं और आसपास के समुदाय में विद्यालयों की अच्छी छवि बनती

14. माई सेल्फ प्रस्तुतीकरण

इस कार्यक्रम के अंतर्गत प्रतिदिन असेंबली में माइक पर 5 बच्चे अपने बारे में हिंदी व अंग्रेजी में अपना, पिता का ,गांव, स्कूल कक्षा आदि का नाम बोल कर सुनाते हैं

15. मातृ सम्मान कार्यक्रम

इस कार्यक्रम के अंतर्गत वर्ष भर 5 सर्वाधिक उपस्थित वाले बच्चों की माताओं का सम्मान उन्हें कोई उपहार देकर किया जाता है

16. ज्ञानदायनी योजना

एक कार्यक्रम के अंतर्गत वॉलिंटियर के रूप में विद्यालय में अपनी रुचि एवं योग्यता के अनुरूप कुछ नया सीखा आने वाले समाज के सेवानिवृत्त व्यक्तियों विद्यालयों के प्रति लगाव रखने वाले लोगों जैसे कुम्हार, बढ़ाई आदि कारीगरों द्वारा बच्चों को सिखाने का अवसर दिया जाता है

17.आओ खुशियाँ बांटे

इस नवाचार के अंतर्गत यह समाज का सिद्धांत व्यक्ति अपने प्रियजन की खुशी के अवसर पर विद्यालय या विद्यालय के बच्चों को कोई दान देना चाहता है या बच्चों के साथ मिलकर खुशियां बांटना चाहता है तो उसे अवसर दिया जाता है

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