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नमस्कार दोस्तों, इस पोस्ट में हमने देश भक्ति गीत लिस्ट (Desh Bhakti Songs List) शेयर की है। इस पोस्ट में लोकप्रिय और अच्छे अच्छे देश भक्ति के गाने लिखे है। आप इन देशभक्ति गीतों (Desh Bhakti Geet in Hindi) से हर देश भक्ति कार्यक्रम में अपनी Performance दे सकते हैं। Subscribe My Youtube Channel : Basic Shiksha Best Shiksha
Table of Contents
देश भक्ति गीत | Desh Bhakti Geet in Hindi
देशभक्ति गीत लिस्ट इन हिंदी (Desh Bhakti Geet List in Hindi)
जहाँ डाल-डाल पर (Jahaa Daal Daal Par Lyrics in Hindi)
पुराने देश भक्ति गीत (Desh Bhakti Song in Hindi)
जहाँ डाल-डाल पर सोने की चिड़िया करती है बसेरा
वो भारत देश है मेरा
जहाँ सत्य, अहिंसा और धर्म का पग-पग लगता डेरा
वो भारत देश है मेरा
ये धरती वो जहाँ ऋषि मुनि जपते प्रभु नाम की माला
जहाँ हर बालक एक मोहन है और राधा हर एक बाला
जहाँ सूरज सबसे पहले आ कर डाले अपना फेरा
वो भारत देश है मेरा
अलबेलों की इस धरती के त्योहार भी हैं अलबेले
कहीं दीवाली की जगमग है कहीं हैं होली के मेले
जहाँ राग रंग और हँसी खुशी का चारों ओर है घेरा
वो भारत देश है मेरा
जब आसमान से बातें करते मंदिर और शिवाले
जहाँ किसी नगर में किसी द्वार पर कोई न ताला डाले
प्रेम की बंसी जहाँ बजाता है ये शाम सवेरा
वो भारत देश है मेरा
मेरे देश की धरती (Mere Desh ki Dharti Lyrics in Hindi)
मेरे देश की धरती सोना उगले, उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
बैलों के गले में जब घुँघरू जीवन का राग सुनाते हैं
ग़म कोस दूर हो जाता है खुशियों के कंवल मुस्काते हैं
सुन के रहट की आवाज़ें यूँ लगे कहीं शहनाई बजे
आते ही मस्त बहारों के दुल्हन की तरह हर खेत सजे
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
जब चलते हैं इस धरती पे हल ममता अँगड़ाइयाँ लेती है
क्यों ना पूजें इस माटी को जो जीवन का सुख देती है
इस धरती पे जिसने जन्म लिया उसने ही पाया प्यार तेरा
यहाँ अपना पराया कोई नही हैं सब पे है माँ उपकार तेरा
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
ये बाग़ हैं गौतम नानक का खिलते हैं अमन के फूल यहाँ
गांधी, सुभाष, टैगोर, तिलक ऐसे हैं चमन के फूल यहाँ
रंग हरा हरिसिंह नलवे से रंग लाल है लाल बहादुर से
रंग बना बसंती भगतसिंह से रंग अमन का वीर जवाहर से
मेरे देश की धरती सोना उगले उगले हीरे मोती
मेरे देश की धरती
कन्धों से मिलते है कंधे (Kandhon Se Milte Hain Kandhe Lyrics in Hindi)
desh bhakti geet in hindi written (Desh Bhakti Song in Hindi Written)
कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं,
हम चलते हैं जब ऐसे तो ,दिल दुश्मन के हिलते हैं,
अब तो हमें आगे बढते है रहना,
अब तो हमें साथी, है बस इतना ही कहना,
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना,
कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं,
हम चलते हैं जब ऐसे तो, दिल दुश्मन के हिलते हैं,
निकले हैं मैदान पर, हम जान हथेली पर लेकर,
अब देखो दम लेंगे हम, जाके अपनी मंजिल पर,
खतरों से हंसके खेलना, इतनी तो हममे हिम्मत है,
मोड़े कलाई मौत की, इतनी तो हममे ताक़त है,
हम सरहदों के वास्ते, लोहे की इक दीवार हैं,
हम दुशमन के वास्ते, होशीयार हैं तैयार हैं,
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना,
कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं,
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं,
जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो,
जोश दिल में जगाते चलो, जीत के गीत गाते चलो,
जीत की तो तस्वीर बनाने, हम निकले हैं अपने लहू से,
हम को उस में रंग भरना है,
साथी मैंने अपने दिल में अब यह ठान लिया है,
या तो अब करना है, या तो अब मरना है,
चाहे अंगारें बरसे या बर्फ गिरे,
तू अकेला नहीं होगा यारा मेरे,
कोई मुश्किल हो या हो कोई मोर्चा,
साथ हर हाल में होंगे साथी तेरे,
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना,
कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं,
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं,
इक चेहरा अक्षर मुझे याद आता है,
इस दिल को चुपके चुपके वो तड़पाता है,
जब घर से कोई भी ख़त आया है,
कागज़ वो मैंने भीगा भीगा पाया है,
पलकों पलकों पर यादों के कुछ दीप जैसे जलते हैं,
कुछ सपने ऐसे हैं जो साथ साथ चलते हैं,
कोई सपना न टूटे, कोई वादा न टूटे,
तुम चाहो जिसे दिल से वो तुमसे न रूठे,
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना,
कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं,
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं,
चलता है जो यह कारवां, गूंजी सी है यह वादियाँ,
है यह ज़मीन, यह आसमान,
है यह हवा, है यह समां,
हर रास्ते ने, हर वादी ने, हर परबत ने सदा दी,
हम जीतेंगे, हम जीतेंगे, हम जीतेंगे हर बाज़ी,
अब जो भी हो, शोला बनके पत्थर है पिघलाना,
अब जो भी हो, बादल बनके परबत पर है छाना,
कन्धों से कंधे मिलते है, कदमो से कदम मिलते हैं,
हम चलते हैं जब ऐसे तो दिल दुश्मन के हिलते हैं …..
सारे जहाँ से अच्छा (Saare Jahaa se Achhaa Lyrics)
देश भक्ति गीत स्कूल में गाने के लिए (Desh Bhakti Geet in Hindi)
सारे जहाँ से अच्छा
हिंदुस्तान हमारा
हम बुलबुलें हैं उसकी
वो गुलसिताँ हमारा।
परबत वो सबसे ऊँचा
हमसाया आसमाँ का
वो संतरी हमारा
वो पासबाँ हमारा।
गोदी में खेलती हैं
जिसकी हज़ारों नदियाँ
गुलशन है जिनके दम से
रश्क-ए-जिनाँ हमारा।
मज़हब नहीं सिखाता
आपस में बैर रखना
हिंदी हैं हम वतन है
हिंदुस्तान हमारा।
यह देश है वीर जवानों का (Yah Desh hai Veer Jawano ka Lyrics in Hindi)
Desh Bhakti Geet Hindi me
ये देश है वीर जवानों का, अलबेलों का मस्तानों का
इस देश का यारों क्या कहना, ये देश है दुनिया का गहना
यहाँ चौड़ी छाती वीरों की, यहाँ भोली शक्लें हीरों की
यहाँ गाते हैं राँझे मस्ती में, मचती में धूमें बस्ती में
पेड़ों में बहारें झूलों की, राहों में कतारें फूलों की
यहाँ हँसता है सावन बालों में, खिलती हैं कलियाँ गालों में
कहीं दंगल शोख जवानों के, कहीं करतब तीर कमानों के
यहाँ नित नित मेले सजते हैं, नित ढोल और ताशे बजते हैं
दिलबर के लिये दिलदार हैं हम, दुश्मन के लिये तलवार हैं हम
मैदां में अगर हम डट जाएं, मुश्किल है कि पीछे हट जाएं
ऐ वतन ऐ वतन (Aaye Watan Aaye Watan Lyrics in Hindi)
hindi desh bhakti geet
तू ना रोना, कि तू है भगत सिंह की माँ
मर के भी लाल तेरा मरेगा नहीं
डोली चढ़के तो लाते है दुल्हन सभी
हँसके हर कोई फाँसी चढ़ेगा नहीं
जलते भी गये कहते भी गये
आज़ादी के परवाने
जीना तो उसी का जीना है
जो मरना देश पर जाने
जब शहीदों की डोली उठे धूम से
देशवालों तुम आँसू बहाना नहीं
पर मनाओ जब आज़ाद भारत का दिन
उस घड़ी तुम हमें भूल जाना नहीं
ऐ वतन ऐ वतन हमको तेरी क़सम
तेरी राहों में जां तक लुटा जायेंगे
फूल क्या चीज़ है तेरे कदमों पे हम
भेंट अपने सरों की चढ़ा जायेंगे
ऐ वतन ऐ वतन
कोई पंजाब से, कोई महाराष्ट्र से
कोई यूपी से है, कोई बंगाल से
तेरी पूजा की थाली में लाये हैं हम
फूल हर रंग के, आज हर डाल से
नाम कुछ भी सही पर लगन एक है
जोत से जोत दिल की जगा जायेंगे
ऐ वतन ऐ वतन …
तेरी जानिब उठी जो कहर की नज़र
उस नज़र को झुका के ही दम लेंगे हम
तेरी धरती पे है जो कदम ग़ैर का
उस कदम का निशां तक मिटा देंगे हम
जो भी दीवार आयेगी अब सामने
ठोकरों से उसे हम गिरा जायेंगे