शीतलहरी से बचाव हेतु एड़वाइजरी|| Advisery for winter|| How to protect cold winter||Top 5 Advisary for WinterSeason||
Top 5 Advisary for Winter Season: शीतलहर से बचाव के लिए सबसे पहले आप गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करें और खाने में गर्म खाद्यान्नों का इस्तेमाल करें जैसे ज्वार ,बाजरा और अर्जुन की छाल का काढ़ा बनाकर पिए
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सामान्य निर्देश[Top 5 Advisary for Winter Season]
- कोयले की अंगीठी हीटर इत्यादि का प्रयोग करते समय सावधानी बरते तथा कमरे मैं शुदध हवा का आवागमन वेटि लेशन/वाय- संचार बनायें रखे।
- ठंड लगने के लक्षाणो जैसे हाथ-पाव सुन हो जाना, हाथे पैर की उंगलियों में सफेट या नीले रग के दाग उभर आने पर नजदीकी अस्पताल से सम्पर्क करे।
- शरीर को गर्म रखने के लिए पोषक आहार जैसे सखें फल, खजूर, चाय, कॉफी, सूप आदि का सैवन करें। हाइपोथर्मिया (शरीर के असामान्य तापमान) के लक्षण जैसे याददास्त का कमजोर पड़ना, असीमित ठिठुरना, सुम्ती, थकान, तुतलाना तथा कार्य में भटकाव इत्यादि के लक्षणं महसूस होने पर तुरन्त डॉक्टर से सम्पर्क करें। [Top 5 Advisary for Winter Season]
- शरीर को गर्मी प्रदान करने के लिये स्वस्थ भोजन खाएं एवं पीने के लिये गैर-मादक पेय पदार्थ का प्रयोग करें ।
- मौसम और आपातकालीन प्रतिक्रिया की जानकारी के लिए सभी मीडिया सोतों के माध्यम से निगरानी रखें
यातायात हेतु निर्देश [Top 5 Advisary for Winter Season]
- सर्दियों में गाड़ियों में फॉग लाईट का इस्तेमाल करें।
- गाडियों के आगे व पीछे रेडियम पट्टी का प्रयोग करें।
- भार ढोने वाले वाहन के चालक इस बात का विशेष ध्यान रखे कि पीछे से आ रही एम्बलेंस को रास्ता दें । वाहन में हमेशा प्राथमिक उपचार किट अवश्य रखें।
- शत् व कम्बल ओढ़कर वाहन न चलाये।
- दो पहिया वाहन चालक शीतलहरी/ठड में बहत आवश्यक होने पर ही घर से वाहन लेकर बाहर निकले दोपहिया वाहन चाालक शीतलहरीठिड में बाहर निकलते समय गर्म कपडे, दस्ताने चश्मा हेलमेट पहनकर निकले।
- दोपहिया वाहन चालक शीतलहरी मे वाहन की धीम चलाये इससे खुद के साथ-साथ दसरो को भी सूरक्षित रख सकते है। [Top 5 Advisary for Winter Season]
निर्देश पशुओ हेतु [Top 5 Advisary for Winter Season]
- ठंड के मौसम में पश भो को थनैला, मिल्क फीठ नेमोटाइडटिस आदि रोग होने का खतरा रहता है इसलिए पशु भो को -सभय पर चिकित्सा को दिखाते रहे पशु को रात में खुल पेड के नीचे अथवा घर से बाहर ना निकारलै।
- पशुओ को ठड़ के समय में गुरु व कैलशियम टौनिक पिलाएं पशुओ को ठंड के मौसम में जूट की बौरी अथवा घर में पड़ा पराना कबल उढ़ाये ।
- प्रगनेट पशुओ को ठड लगने की ज्यादा संभावনা होती है उनके पास अलाव जलाकर रखे लैकिन यह भी ध्यान में रखें कि अलाव से पशुओं की कोई नुकसान ना पहंचे। [Top 5 Advisary for Winter Season]
- पशुओ को ठंड के मौसम में स्नान कराने से परहेज करना चाहिए। पशुओ के नीचे वैठने वाले स्थान पर परालीगन्ने की पत्ती जरूर डालें ।
कृषि हेतु निर्देश [Top 5 Advisary for Winter Season]
- बेहतर जड़ तदधि को सक्रिय करने के लिए ठड़ से होने वाली बीमारीचोट के लिए उपचारात्मक उपाय कर्रे जैसे बोर्ड़ मिश्रण या कॉपर औक्सी-क्लोराडड फॉस्फोरस और पोरटेशियम का स्प्रे करें।
- शीतलहर दौरान जहां भी संभव हो हत्की और बार-बार सतही सिंचार्ई (पानी की उच्च विशिष्ट गमी) करें।
- यदि सभव हो तो स्प्रिकलर सिंचाई (संक्षेपण-आसपास की गर्मी को छोड़ना) का उपयोग करें।
- ठंडे पाले प्रतिरोधी पौधों/ फसलों/किस्मों की खेती करें। [Top 5 Advisary for Winter Season]
- वागवानी और बगीचों में अंतरफसल खेती का प्रयोग करें। सर्सों जैसी लबी फसल के साथ सद्ज़ियों. जैसे टमाटर, बैंगन की मिश्रित फसल अरहर की दाल ठंडी हवाओं के खिलाफ आवश्यक आश्रय (ठंड के खिलाफ आश्रय) प्रदान करेगी।
युर्वेद के अनुसार, कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की समस्या कफ और वात दोष में असंतुलन के कारण होती है। कोलेस्ट्रॉल बढ़ने पर बीपी समेत दिल के रोगों का खतरा बढ़ जाता है। आयुवेंद विशेषज्ञ नीतू भट्ट के अनुसार कई आयु्ेदिक जड़ी-बृटियां हैं, जो शरीर से विषाक्त तत्वों को बाहर कर कोलेस्ट्रॉल ठीक रखने में मदद मिल सकती हैं। कितनी मात्ा में सेवन करें, इस संबंध में विशेषज्ञों की सलाह जरूरलें। [Top 5 Advisary for Winter Season]
ये हैं- अर्जुन की छाल : यह हृदय के लिए सबसेअच्छी तरह काम करता है। इसकी छाल का चूर्ण दूध में मिलाकर सेवन किया जा सकता है। अर्जुन छाल की वटी भी नियमित रूप से लेने पर कोलेस्ट्रॉल लेवल को काबू किया जा सकता है। [Top 5 Advisary for Winter Season]
गुग्गुल: यह ट्राइग्लिसराइड लेवल और कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है। गुग्गुल का रोजाना मध्यम मात्रा में सेवन मदद कर सकता है।
अलसी: अलसी कोलेस्ट्रॉल बट्राइझ्लिसराइड लेवल को कम करने में मदद करती है। पसे धमनियों में ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। अलसी पाउडर को गुनगुने पानी या दूध में मिलाकर भी पी सकते हैं।
आंवला: विटामिन सी के सबसे शक्तशाली स्रोतों में से एक है आंवला। यह शरीर की इम्युनिटी बढ़ाता है व हदय रोगों से बचाव करता है। इसका नियमित सेवन खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को भी कम करता है। खासकर, जाड़ों में आंवला भरपूर मिलताहै, जिसे जूस, सब्जी, आचार, मुरब्बा कई रूपों में हर रोज खाया जा सकता है। [Top 5 Advisary for Winter Season]
ग्रीन टी : ग्रीन टी एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होती है, जो खराब कोलेस्ट्रॉल कम करने और खून साफ करने में मदद कर सकती है। ग्रीन टी के नियमित सेवन से ब्लड में मौजूद बढ़े हुए कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है।
जीवनशैली में ये सुधार भी जरूरी
यश फिटनेस के संस्थापक व पोषण यश अग्रवाल खानपान के साथ जीवनशैली में निम्न बातों के अमल पर जोर देते हैं-
1. सप्ताह में कम से कम ढडाई घंटे व्यामः इससे अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढ़ता है। वजन काबू रखने में मदद मिलती है। व्यायाम के दौरान हृदय गति बढ़ती है, जो दिल की क्षमता बढ़ाता है, साथ ही रक्तसंचार बेहतर मफिन, केक, अंडे का पीला भाग व बेकन सहित ट्ास्फैटे युक्त खाद्य पदाथोंसेचें। बादाम व वनस्पति उत्पाद अधिक खाएं। फल, सब्जियां, दलिया, बीन्स अधिक लें।होता है। माध्यम गति का व्यायाम करें।
2. संतृप्त वसा कम : संतृप्त वसा आमरतौर पर रेड मीट और फुल पैट वाले डेयरी उत्पादों में अधिक होताहै। माजरीन, बाजार के
३. ओमेंगा-3 युक्ज चीजें खाएं : मछली,
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FAQ
प्र. सर्दी के सीजन में पहनावा कैसा होना चाहिए [Top 5 Advisary for Winter Season]
उत्तर- सर्दी के सीजन में पहनावा गर्म होना चाहिए और खान-पान बहुत ही संतुलित होना चाहिए
प्र. ज्यादा सर्दी होने पर क्या सेवन करना चाहिए[Top 5 Advisary for Winter Season]
उत्तर- ज्यादा सर्दी होने पर ज्वार बाजरा और अर्जुन की छाल का सेवन करना चाहिए
प्र. ज्यादा सर्दी में किस बीमारी की ज्यादा समस्या होती है
उत्तर- ज्यादा सर्दी में हार्ट अटैक और फालिश अटैक की समस्या होती है
प्र. हमें सर्दियों में किस काम से बचना चाहिए[Top 5 Advisary for Winter Season]
उत्तर- हमें सर्दियों में ज्यादा ठंड स्थान पर जाने से बचना चाहिए