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Lakhs of primary and junior teachers affected by Supreme Court’s decision: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लाखों प्राथमिक एवं जूनियर शिक्षक प्रभावित

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Lakhs of primary and junior teachers affected by Supreme Court’s decision: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लाखों प्राथमिक एवं जूनियर शिक्षक प्रभावित

Lakhs of primary and junior teachers affected by Supreme Court’s decision: सुप्रीम कोर्ट के फैसले से लाखों प्राथमिक एवं जूनियर शिक्षक प्रभावित

Lakhs of primary and junior teachers affected by Supreme Court's decision

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सुप्रीम कोर्ट: Lakhs of primary and junior teachers affected by Supreme Court’s decision

01 सितंबर 2025 को माननीय सुप्रीम कोर्ट द्वारा लिए गए हालिया निर्णय ने देश के प्राथमिक और जूनियर स्तर के लाखों शिक्षकों को प्रभावित किया है। यह निर्णय उन शिक्षकों के लिए चिंता का विषय बन गया है जो दशकों से सेवा में हैं और अब अपने सेवा जीवन के अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुके हैं।

शिक्षक समुदाय में इस फैसले को लेकर भारी निराशा और चिंता व्याप्त है। कई शिक्षक, जिनकी सेवा अवधि 20 से 30 वर्षों के बीच है, अब अपने भविष्य को लेकर अनिश्चितता में हैं। उनके परिवार, बच्चों की शिक्षा, और सामाजिक दायित्वों की जिम्मेदारी भी उनकी चिंता में शामिल हैं।

Lakhs of primary and junior teachers affected by Supreme Court's decision

विशेष रूप से उन शिक्षकों के लिए यह फैसला परेशानी का सबब बन गया है जिनके पास सेवा सेवानिवृत्ति तक केवल संक्षिप्त समय बचा है। उनका कहना है कि उन्होंने अपनी पूरी जिंदगी बच्चों के भविष्य के लिए समर्पित की है, ऐसे में सेवा के अंतिम वर्ष में उन्हें इस तरह के फैसले का सामना करना उनके लिए भारी मनोवैज्ञानिक दबाव बन गया है।

शिक्षक संगठनों ने भी इस निर्णय पर चिंता जताई है और न्यायालय से अपील की है कि वह शिक्षकों की दीर्घकालीन सेवा और योगदान को ध्यान में रखते हुए पुनर्विचार करें। उनका कहना है कि शिक्षा क्षेत्र में अनुभव और सेवा के महत्व को नजरअंदाज करना न तो उचित है और न ही समाज के हित में।

सरकार और न्यायालय से उम्मीद जताई जा रही है कि वे शिक्षकों के हित में ऐसे समाधान निकालेंगे जो नियमानुसार भी हों और मानवीय दृष्टिकोण से भी उचित हों।

यह मामला अब शिक्षा क्षेत्र और न्यायिक प्रणाली में एक महत्वपूर्ण चर्चा का विषय बना हुआ है, जिसका प्रभाव आने वाले समय में शिक्षा व्यवस्था और शिक्षक समुदाय पर गहराई से पड़ेगा।

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