दूषित जल से होने वाली बीमारियों का अंबार है ना जाने कितनी बीमारियां दूषित पानी से होती हैं दूषित जल पीने से, भोजन में इस्तेमाल करने से, नहाने से पूरा दैनिक चक्र की बर्बाद कर देता है और इतनी बीमारियां होती हैं कि हम लोग चारों तरफ से बीमारियों से घिर जाते हैं इसलिए जितना हो सके दूषित पानी से बचें, दूषित पानी को होने से रोके और बीमारियों का घर आसपास ना बनने दें
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विलेय पदार्थ क्या होते हैं
ऐसे पदार्थ जो किसी द्रव में खुल जाए विलेय पदार्थ कहलाते हैं
जैसे- नमक, चीनी आदि
विलायक किसे कहते हैं
ऐसे द्रव पदार्थ जो किसी भी विलेय जैसे नमक,चीनी को अपने आप में घोल ले (समा)ले उसे विलायक कहते हैं
जैसे- पानी
विलयन किसे कहते है
ऐसा द्रव जिसमें विलेय और विलायक दोनों आपस में मिश्रित हो उसे विलयन कहते हैं
अविलेय पदार्थ किसे कहते है
कुछ पदार्थ ऐसे होते है जो द्रव में नही घुलते है उन्हें अविलेय पदार्थ कहते है जैसे- चॉक पाउडर,रेत आदि
जल प्रदूषण क्या है इसे परिभाषित करो
जल में घुलनशीलता के गुण के कारण कुछ ऐसे पदार्थ पानी में मिल जाते हैं जैसे -साबुन ,कूड़ा कचरा आदि जो पानी को दूषित करते हैं इस प्रकार जल के दूषित होने को जल प्रदूषण कहते हैं
दूषित जल से होने वाली बीमारियां उनके लक्षण एवं बचाव के तरीके
पेचिस
पेट में मरोड़ के साथ बार बार दस्त होना
पीने के लिए हमेशा स्वच्छ जल का सेवन
टायफायड
तेज बुखार भूख न लगना सिर दर्द
स्वच्छ पानी का उपयोग करना
पीलिया
आंख नाखून पेशाब का पीला होना
पेयजल हेतु स्वच्छ जल का उपयोग
हैजा
ज्यादा और लगातार उल्टी दस्त होना
स्वच्छ जल का उपयोग खाने-पीने के पूर्व हाथों की सफाई
इसके अतिरिक्त जल के एकत्र होने से भी अन्य बीमारियां फैलती हैं
मलेरिया
यह रोग मादा एनाफिलीज मच्छर के काटने से होता है जो इस परजीवी को मनुष्य के शरीर मे छोड़ता है।
इसमे रोगी को सर्दी और सिर दर्द के साथ बार बार बुखार आता है ।
बचाव-
- मच्छरों को पनपने से रोके ।
- अपने घर तथा घर के आस – पास गंदा न इकठ्ठा होने दे।
- मच्छरदानी का उपयोग।
- ऐसे कपड़े पहने जो शरीर के अधिकांश भाग को ढक सके।
उपचार-
रोगी की डॉक्टर से जांच कराई जाए।
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सिनकोना वृक्ष की छाल से कुनैन नामक औषधि प्राप्त की जाती है इस औषधि का उपयोग मलेरिया के उपचार में किया जाता है
डेंगू-
डेंगू बुखार एडीज मच्छर के काटने से फैलता है एडीज मच्छर को टाइगर मच्छर भी करते हैं या मच्छर हमारे घर के आस-पास साफ पर रुके हुए पानी में पनपता है डेंगू के बुखार में रोगी को ठंड लगने के साथ तेज बुखार आता है शरीर पर लाल चकत्ते हो जाते हैं कि जोड़ों में दर्द रहता है
बचाव- अपने घर के आस-पास अनावश्यक पानी एकत्र ना होने दें क्योंकि एडीज मच्छर घुसे हुए साफ पानी में ही पैदा होते हैं कूलर पक्षियों एवं जानवरों के पानी पीने के बर्तन और फूलदान आज का पानी कुछ दिन बाद एक बार खाली करके पुनः भरे पूरी बांह वाले कपड़े पहनने चाहिए जिससे शरीर का अधिक से अधिक भाग ढका रहे हैं मच्छरदानी का प्रयोग करना चाहिए
उपचार-
रोगी को दर्द एवं बुखार कम करने की कोई भी दवा स्वयं नहीं लेनी चाहिए कि यह दवाएं स्वास्थ के लिए हानिकारक हो सकती है डॉक्टर की सलाह से ही दवा का प्रयोग करना चाहिए
चिकनगुनिया-
यारों चिकुनगुनिया विषाणु वायरस द्वारा होता है या वायरस लेडीस मच्छर के काटने से फैलता है या मच्छर दिन के समय काटते हैं इसमें रोगी को जोड़ों में दर्द के साथ तेज बुखार होता है इसके अतिरिक्त से दर्द थकान जोड़ों में सूजन शरीर पर चकत्ते आदि लक्षण भी हो सकते हैं
बचाव-
- मच्छरदानी का प्रयोग करें
- अपने आसपास पानी एकत्र न होने दें
- समय समय पर कीटनाशकों का छिड़काव कराएंगे
- पानी को पीने योग्य कैसे बनाते हैं
पानी को पीने योग्य बनाने के लिए सबसे अच्छा उपाय पानी को उबालकर ठंडा करके छानना है इसे सभी रोगाणु नष्ट हो जाते हैं शहरों कस्बों में पीने का पानी बड़ी-बड़ी पानी की टंकी का संग्रह किया जाता है इस पानी में ब्लीचिंग पाउडर डालकर और शुद्ध करके जल की आपूर्ति की जाती है इसी प्रकार कुए के पानी में लाल दवा ( पोटेशियम परमैगनेट) मिलाकर पीने बनाया जाता है जिस तरह वर्षा का जल मिट्टी के परतो से छन कर खुद शुद्ध हो जाता है उसी तरह दूषित पानी को छानकर प्रयोग योग्य बनाया जा सकता है
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