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FLN Basic Level Activity in Hindi: इस लेख में FLN एक्टिविटी के बारे में चर्चा की जाएगी जो की क्लास 4 और 5 के प्राइमरी के बच्चों के लिए बनाई गई एक ऐसी नीतिपरक एक्टिविटी है जो बच्चों को पढ़ने व पढ़ाने के साथ-साथ भाव पूर्वक आनंददायक मजा व आनंद प्रदान करती हैं प्राइमरी के बच्चों के लिए इस तरह की रोचक कविताएं कहानियां व क्रियाकलाप उनके समझ को विकसित करने के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण होती हैं इसलिए इस लेख में जितनी भी कविताएं कहानियां वह रोचक एक्टिविटी है मैंने लिखा हुआ है आप इस लेख को ज्यादा से ज्यादा शेयर करके सभी शिक्षकों तक पहुंचना है और प्राइमरी स्कूल के बच्चों को एक अच्छी शिक्षा देने का प्रयास करना है
Table of Contents
“मेरी बिल्ली काली पीली”
मेरी बिल्ली काली पीली
एक लोटा पानी से हो गई गीली
आक्छीं, आक्छीं लगी छींकने
मैं तो बोला कुछ तो सीख
बिना रुमाल कभी न छींक।
“मोर है मेरा नाम रे …2”
मोर है मेरा नाम रे …2
जंगल मेरा धाम रे…2
वर्षा मुझको लगती है प्यारी..2
नहीं सुहाता घाम् रे…2
मोर है मेरा नाम रे …2
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“लड्डू भाई गोल मटोल”
लड्डू भाई गोल मटोल
बोलो बोलो कितना मोल?
तुम्हें देख कर हो जाती है
मेरी हालत डाँवा-डोल
लड्डू भाई गोल मटोल
बोलो-बोलो कितना मोल?
जब-जब देखे थाल भरे
सबके मुँह से लार गिरे
आ जाओं तुम दूर न हो
क्यों करते हो टाल मटोल?
लड्डू भाई गोल मटोल
बोलो बोलो कितना मोल ?
“तीन तोते”
तीन तोते
हरी नीम की डाल पर ।
तीन तोते थे।
वे तीनों सोते थे।
एक पटाखा फूटा जैसे कोई बर्तन टूटा।
उड़ गए तीनों तोते
पहला तोता फुर्र , दूसरा तोता फुर्र-फुर्र ।
तीसरा तोता फुर्र फुर्र फुर्र।
“बदर डाल पर बैठा है”
बदर डाल पर बैठा है।
क्या बदर तू भूखा है?
मेरे पास आ
पानी पी
घुट घुट घुट
बंदर कूद कूद कूद।
“चंदा के गाँव में”
चंदा के गाँव में,
तारों की छाँव में
हम सैर करने जाएँगे।
“बंदर डाल पर बैठा है”
बंदर डाल पर बैठा है।
क्या बदर तू भूखा है?
मेरे पास आ,
रोटी खा,
पानी पी
घुट घुट घुट ।
बंदर कूद कूद कूद कूद।
गर्मी आई, आम लाई
गर्मी आई, आम लाई,
घर से निकले मोनू लाल।
नहीं लिया हाथों में छाता,
गर्म हो गया उनका माथा।
दौडे-दौड़े घर को आए,
पानी डाला खूब नहाया।
“ऊपर मेवे का गोदाम”
ऊपर मेवे का गोदाम
नीचे करते कोहराम
सारा दिन चोरी का काम
खाते पिस्ता और बादाम
आ जाए तो बिल्ली रानी
याद आ जाती इनको नानी।
“म्याऊँ म्याऊँ बिल्ली आती”
म्याऊँ म्याऊँ बिल्ली आती,
दूध मलाई चट कर जाती।
जहाँ दिखाई दे एक चूहा
दबे दबें वह पाँव बढ़ाती।
“एक-एक दिन यदि तुम पेड़ लगाओ”
एक-एक दिन यदि तुम पेड़ लगाओ,
तो तुम बाग लगा दोगे।
एक-एक तुम ईंट जोड़ो,
ता तुम मकान बना दोगे।
एक-एक तुम पैसे जोड़ो,
तो तुम बन जाओगे धनवान।
एक-एक यदि अक्षर पढ़ लो,
तो तुम बन जाओगे विद्वान।
“सच कहती है मेरी नानी”
सच कहती है मेरी नानी।
उठो सवेरे पियो पानी।
सुबह उठकर जो पानी पीता।
खुशी-खुशी वह जीवन जीता।
चंटू मिंटू भाई- भाई
मिलती-जुलती सूरत पाई
बिना दाॉत हँसते ही-ही
जैसे कोई बुढ़िया माई
एक खिलौना तुम रखो भाई
फिर देखो तुम हाथापाई
उनको लिए रहते गोदी में
मम्मी-पापा ताऊ ताई
“लड्डू भाई गोल मटोल”
लड़्ड्र भाई गोल मटोल
बोलो बोलो कितना मोल?
तुम्हें देख कर हो जाती है
मेरी हालत डॉवा- डोल
लड्डू भाई गोल मटोल
बोलो-बोलो कितना मोल?
जब-जब देखे थाल भरे
सबके मुँह से लार गिरे
आ जाओं तुम दूर न हो
क्यों करते हो टाल मटोल?
लड्डू भाई गोल मटोल
बोलो बोलो कितना मोल ?
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“हईया रे हईया”
हईया रे हईया
छोटी-सी नइया।
बच्चों के साथ खेल कराएँ।
“चूँ-चँ करती जाती चिड़िया”
चूँ-चँ करती जाती चिड़िया,
फुर्र फुर्र उड़ती जाती चिडिया,
फुदक फुदक कर गाना गाती.
रोज सवरे मुझे जगाती।
“बिल्ली मौसी, बिल्ली मौसी”
बिल्ली मौसी, बिल्ली मौसी
कहो कहाँ से आई हो,
कितने चूहे मारे तुमने ?
कितने खाकर आई हो?
क्या बताऊँ, शीला बहन
आज नहीं कुछ पेट भरा,
एक ही चूहा खाया मैंने।
वह भी बिल्कुल संड़ा हुआ।
“बदर मामा पहन सूट”
बदर मामा पहन सूट,
पैर में उनके बढ़िया बूट,
जेब में आला गले में डाला,
बैग दवाई का ले डाला,
साइन बोर्ड अपना लगवाया,
डॉक्टर बंदर सिंह लिखवाया।
“तोता हूँ मैं तोता हूँ”
तोता हूँ मैं तोता हूँ,
हरे रंग का होता हूँ,
लाल मेरी चोंच है,
बागों में मैं रहता
मीठे फल खाता हू
माली के बेटे को देख,
पत्तों में छिप जाता हूँ।
“सुबह सुबह जब सूरज निकला”
सुबह सुबह जब सूरज निकला
हमने कहा एक बात बताओं?
रोज सुबह तुम आते हो
दिन भर खूब तपाते हो
सूरज ने हमें आंखें दिखाई
नई बात कुछ भी ना बताई
“क्यों रूठी हो बिटिया रानी”
क्यों रूठी हो बिटिया रानी,
खा लो लड्डू पी लो पानी।
अच्छे बच्चे जिद नहीं करते,
बात मान लो बिटिया रानी।
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“मेरी गुड़िया है बीमार”
मेरी गुड़िया है बीमार,
देखो कितना तेज बुखार।
कल था डटकर बरसा पानी,
भीगी जिसमें गुड़िया रानी।
गीले कपड़े दिए उतार,
फिर भी उसको तेज बुखार।
जल्दी से डॉक्टर बुलवाओ,
फौरन उसको दवा दिलाओ।
“लकड़ी की काठी”
लकड़ी की काठी,
काठी पे घोड़ा,
घोड़े की दुम पे जो मारा हथौड़ा,
दौड़ा-दौड़ा-दौड़ा घोड़ा दुम उठा के दौड़ा।
टकबक- टकबक टकबक टकबक
लकड़ी की काठी,
काठी पे घोड़ा,
घोड़ा था घमंडी पहुँचा सब्जी मंडी।
सब्जी मंडी में बर्फ पड़ी थी,घोड़े को लग गई ठंडी।
टकबक-,टकबक टकबक-टकबक
“चूहा आया चूहा आया”
चूहा आया चूहा आया,
सब बच्चों को खूब दौड़ाया।
कभी इधर तो कभी उधर,
कूद-कूद के उधम मचाया।
“कलकत्ते से आई रेल”
कलकत्ते से आई रेल,
आओ भाई खेलें खेल,
राज सीटी बजाएगा,
फिर बड़ा मजा आएगा,
रीता गाना गाएगी,
ऐमन ताली बजाएगा,
बबलू नाच दिखाएगा,
फिर बड़ा मजा आएगा,
आओ आओ खेलें खेल
सब मिलकर बन जाए रेल
अमर झंडी दिखाएगा फिर बड़ा मजा आएगा।
“बंदर मामा पहने सूट “
बंदर मामा पहने सूट ।
पैर में उनके बढ़िया बूट।
जब से आला गले में डाला,
बैग दवाई का ले डाला।
साइन बोर्ड अपना लगवाया,
डॉक्टर बंदरसिंह लिखवाया।
तोता हूँ मैं तोता हूँ,
हरे रंग का होता हूँ ।
लाल मेरी चोंच है,
बागों में मैं रहता हू
मीठे फल खाता हूँ,
माली के बेटे को देख।
पत्तों में छिप जाता हूँ।
“दूर गगन में चार चिरैया”
दूर गगन में चार चिरैया
फुर्र -फुर्र-फुर्र उड़ जाती हैं।
और गगन में उड़ते उड़ते
गुन गुन गानी गाती हैं।
हवा सुहानी लगती उनको
बादल प्यारे- प्यारे,
और बारिश की बूँदों से,
वे अपने पंख सवारे।
“कोयल ने गाना गाया”
कोयल ने गाना गाया
कौआ भी दौड़ा आया
चूहे ने ढोल बजाई
बंदर ने पूंछ हिलाई
अब सुनो जरा मेरे भाई
क्या बात समझ में आई
कोयल ने गाना गाया
कौआ भी दौड़ा आया।
“जादू की पुड़िया है”
जादू की पुड़िया है- 2
पुड़िया के अंदर हैं,
शब्द हज़ार पुड़िया के अंदर,
जो शब्द छुपे हैं।
उनको बना लो,
तुम मीत एक बार पुड़िया को खोलो,
और शब्दों को देखो पढ़ने की कोशिश,
सब करो बार-बार।
“बदर आया, बंदर आया”
बदर आया, बंदर आया।
पूँछ हिलाता, बंदर आया।
उछलता, कूदता बंदर आया।
झूम झूम कर बंदर आया।
सबको हँसाने बंदर आया।
“चूहां आया, चूहां आया”
चूहां आया, चूहां आया।
हम सब को खूब हँसाया ।
कभी इधर, तो कभी उधर।
कुतर-कुतर कर ऊधम मचाया।
“छुक, छुक,छुक,छुक आती रेल”
छुक, छुक,छुक,छुक आती रेल।
खूब सवारी ले जाती रेलकाला इंजन,
लाल है डिब्बा।सबकों खूब घुमाती रेल।
छुक छुक, छुक,छुक जाती रेल।
“सारी दुनिया गोल-गोल”
सारी दुनिया गोल-गोल
ऊपर चंदा गोल गोल
नीचे धरती गोल-गोल
मम्मी की रोटी गोल-गोल
पापा का पैसा गोल गोल
हम भी गोल, तुम भी गोल
सारी दुनिया गोल मटोल।
“गरमी आई, गरमी आई”
गरमी आई, गरमी आई
घर घर में पंखा लाई
सबको पास बुलाता पंखा
मीठी नींद सुलाता पंखा
ठंडी हवा खिलाता पंखा
बहुत आराम है देता पंखा।
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FAQ
प्र. गतिविधि (FLN Basic Level Activity in Hindi)क्या होती है
उत्तर- बच्चो के मानसिक व शारिरिक विकास के लिए कराई जाने वाली गतिविधि
प्र. प्री प्राइमरी (FLN Basic Level Activity in Hindi)क्या होता है
उत्तर- प्राइमरी लेवल के पहले की कक्षाओं को प्री प्राइमरी कहते हैं
प्र. प्री प्राइमरी कक्षाएं किस वर्ष बच्चों के लिए होते हैं
उत्तर- 3 से 6 वर्ष के बच्चों के लिए प्री प्राइमरी कक्षाएं संचालित होती हैं जो 3 साल चलते हैं
प्र. प्री प्राइमरी (FLN Basic Level Activity in Hindi)कक्षाओं में कितने ग्रेड होते हैं
उत्तर- प्री प्राइमरी कक्षाओं में तीन ग्रेड होते हैं फर्स्ट ग्रेड में 3 से 4 साल के बच्चे सेकंड ग्रेड में 4 से 5 साल तक के बच्चे थर्ड ग्रेड में 5 से 6 साल के बच्चे होते हैं
प्र. FLN एक्टिविटी क्या होती हैं
उत्तर- FLN गतिविधियों को दो भागों में डिवाइड किया गया है