एक डॉक्टर या नर्स बच्चे को प्यार से टीका लगाते हुए दिख रहा है। पास में माँ मुस्कुराते हुए बच्चे का हाथ पकड़े है। पृष्ठभूमि साफ़, अस्पताल या हेल्थ सेंटर का माहौल है। ऊपर टेक्स्ट लिखा हो:
“टीका लगवाएँ – स्वस्थ बचपन पाएँ”

Why is it important to vaccinate children? The importance and benefits of vaccination: बच्चों को टीका लगवाना क्यों ज़रूरी है | टीकाकरण का महत्व और लाभ
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benefits of vaccination:
भूमिका
बच्चे किसी भी समाज और देश का भविष्य होते हैं। उनका स्वस्थ रहना न केवल परिवार की ज़िम्मेदारी है बल्कि राष्ट्र की प्रगति से भी जुड़ा हुआ है। एक स्वस्थ बच्चा ही आगे चलकर एक मजबूत नागरिक बन सकता है। बच्चे जब जन्म लेते हैं, तो उनका शरीर कई बीमारियों से लड़ने की पूरी क्षमता नहीं रखता। इसलिए उन्हें बीमारियों से बचाने के लिए टीकाकरण (Vaccination) कराया जाना अत्यंत आवश्यक है। टीका लगवाने से बच्चे के शरीर में रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक शक्ति (Immunity) विकसित होती है, जो उसे गंभीर और जानलेवा बीमारियों से बचाती है।
टीकाकरण क्या है?: benefits of vaccination
टीकाकरण एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी रोग के विरुद्ध एक विशेष पदार्थ (टीका या Vaccine) शरीर में लगाया जाता है। यह टीका शरीर को उस बीमारी के विरुद्ध सुरक्षा प्रदान करता है। जब बच्चे को टीका लगाया जाता है, तो उसके शरीर में उस रोग के कीटाणु की कमजोर या मृत अवस्था में मौजूद मात्रा डाली जाती है। इससे शरीर उस बीमारी को पहचान लेता है और उसके खिलाफ एंटीबॉडी (प्रतिरक्षा शक्ति) तैयार करता है।
इस प्रकार, जब भविष्य में वही रोग शरीर पर हमला करता है, तो शरीर पहले से तैयार एंटीबॉडी के माध्यम से तुरंत लड़ने में सक्षम होता है।
बच्चों को टीका लगवाना क्यों ज़रूरी है?: benefits of vaccination
1. गंभीर बीमारियों से सुरक्षा
टीकाकरण बच्चों को खसरा, पोलियो, टीबी, डिप्थीरिया, टिटनेस, हेपेटाइटिस-बी, और मम्प्स जैसी घातक बीमारियों से बचाता है। ये बीमारियाँ पहले हजारों बच्चों की जान ले लेती थीं, लेकिन टीकाकरण के कारण अब इन पर काफी हद तक नियंत्रण पाया जा चुका है।
2. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाना
टीका शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करता है। टीकाकरण के बाद जब कोई रोग शरीर पर हमला करता है, तो शरीर उसे पहचानकर जल्दी प्रतिक्रिया देता है, जिससे बीमारी फैलने से पहले ही खत्म हो जाती है।
3. समाज की सुरक्षा (Herd Immunity)
जब एक समाज के अधिकतर लोग टीकाकरण करा लेते हैं, तो संक्रमण फैलने की संभावना बहुत कम हो जाती है। इससे वे लोग भी सुरक्षित रहते हैं जिन्हें किसी कारण से टीका नहीं लगाया जा सका — जैसे बहुत छोटे बच्चे या गंभीर बीमार लोग। इसे “सामूहिक प्रतिरक्षा” (Herd Immunity) कहा जाता है।
4. रोगों का उन्मूलन (Eradication): benefits of vaccination
भारत ने पोलियो जैसी बीमारी को समाप्त कर दिखाया है। यह टीकाकरण अभियान की सफलता का उदाहरण है। यदि सभी बच्चे नियमित रूप से टीका लगवाएं, तो कई अन्य बीमारियाँ भी खत्म की जा सकती हैं।
5. आर्थिक और सामाजिक लाभ
बीमार बच्चे का इलाज करवाना माता-पिता के लिए महंगा और कठिन हो सकता है। लेकिन टीका लगवाने से बीमारी से बचाव होता है, जिससे चिकित्सा खर्च कम होता है और परिवार की आर्थिक स्थिति सुरक्षित रहती है।
6. बच्चे की स्कूल उपस्थिति और विकास पर प्रभाव: benefits of vaccination
स्वस्थ बच्चा नियमित रूप से स्कूल जा सकता है और पढ़ाई में अच्छा प्रदर्शन करता है। बार-बार बीमार पड़ने वाले बच्चे की शिक्षा पर असर पड़ता है। टीकाकरण बच्चों को स्वस्थ रखता है, जिससे उनका मानसिक और शारीरिक विकास बेहतर होता है।
भारत में बच्चों के लिए अनिवार्य टीके (राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम): benefits of vaccination
भारत सरकार ने “राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम (Universal Immunization Programme – UIP)” के तहत सभी बच्चों को मुफ्त टीके लगाने की व्यवस्था की है। नीचे कुछ प्रमुख टीकों और उनके महत्व का विवरण दिया गया है:
| टीके का नाम | लगने की उम्र | बचाने वाली बीमारी |
|---|---|---|
| बीसीजी (BCG) | जन्म के तुरंत बाद | क्षय रोग (टीबी) से बचाव |
| हेपेटाइटिस-बी (Hepatitis-B) | जन्म के तुरंत बाद | लीवर की बीमारी से बचाव |
| ओपीवी (Oral Polio Vaccine) | जन्म के बाद, फिर 6, 10, 14 सप्ताह पर | पोलियो से बचाव |
| डीपीटी (DPT) | 6, 10, 14 सप्ताह पर | डिप्थीरिया, टिटनेस, काली खांसी से बचाव |
| हिब (Hib) | 6, 10, 14 सप्ताह पर | निमोनिया और मैनिंजाइटिस से बचाव |
| एमएमआर (MMR) | 9 माह, 15 माह पर | खसरा, मम्प्स, रुबेला से बचाव |
| टाइफाइड (Typhoid Vaccine) | 9 माह के बाद | टाइफाइड से बचाव |
| जेई (Japanese Encephalitis) | चयनित राज्यों में | मस्तिष्क ज्वर से बचाव |
| टीटी (Tetanus Toxoid) | 10 वर्ष और 16 वर्ष की उम्र में | टिटनेस से बचाव |

टीकाकरण का वैज्ञानिक आधार: benefits of vaccination
टीके हमारे शरीर की प्राकृतिक प्रतिरक्षा प्रणाली को प्रशिक्षित करते हैं। यह बिना बीमारी फैलाए शरीर को उस रोग से लड़ना “सीखाता” है। वैज्ञानिकों ने दशकों के शोध के बाद इन टीकों को तैयार किया है, जो सुरक्षित और प्रभावी हैं।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह प्रमाणित किया है कि टीके लाखों जीवन बचाने में सक्षम हैं और किसी भी देश की स्वास्थ्य नीति का महत्वपूर्ण हिस्सा हैं।
टीका न लगवाने के नुकसान: benefits of vaccination
- घातक बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।
- संक्रमण फैलने की संभावना बढ़ती है, जिससे समाज के अन्य बच्चे भी प्रभावित हो सकते हैं।
- बच्चे की प्रतिरोधक क्षमता कमजोर रहती है, और छोटी-छोटी बीमारियाँ भी गंभीर रूप ले सकती हैं।
- देश की सार्वजनिक स्वास्थ्य प्रणाली पर दबाव बढ़ता है, क्योंकि बिना टीका लगे बच्चे अधिक बीमार पड़ते हैं।
- टीकाकरण न करवाने वाले देशों में बीमारी का पुनः प्रकोप हो सकता है, जैसा कि कई देशों में खसरे के मामलों में देखा गया है।
टीकाकरण से जुड़ी भ्रांतियाँ (Myths) और सच्चाई: benefits of vaccination
| भ्रांति | सच्चाई |
|---|---|
| टीका लगाने से बच्चा बीमार पड़ जाता है | टीके के बाद हल्का बुखार या दर्द सामान्य प्रतिक्रिया है, जो कुछ समय में ठीक हो जाती है। |
| टीके 100% सुरक्षित नहीं होते | सभी टीके गहन वैज्ञानिक परीक्षणों के बाद ही उपयोग में लाए जाते हैं। |
| प्राकृतिक रोगों से लड़ना बेहतर है | रोग से पीड़ित होना जोखिम भरा है, जबकि टीका सुरक्षित रूप से प्रतिरक्षा विकसित करता है। |
| टीकाकरण केवल छोटे बच्चों के लिए होता है | कुछ टीके किशोरों और वयस्कों के लिए भी आवश्यक होते हैं, जैसे टिटनेस और हेपेटाइटिस-बी। |
सरकार और समाज की भूमिका: benefits of vaccination
- सरकारी पहल:
भारत सरकार “मिशन इन्द्रधनुष” के तहत हर बच्चे तक टीका पहुंचाने का लक्ष्य रखती है। इसके तहत दूर-दराज़ के इलाकों में भी टीकाकरण अभियान चलाए जाते हैं। - अभिभावकों की जिम्मेदारी:
माता-पिता को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि उनके बच्चे का टीकाकरण कार्ड पूरा भरा हुआ हो और सभी टीके समय पर लगवाए जाएँ। - शिक्षकों और समाजसेवकों की भूमिका:
वे लोगों को जागरूक करें, माता-पिता को समझाएँ कि टीका न लगवाने से उनके बच्चों की जान जोखिम में पड़ सकती है।
टीकाकरण के प्रति जागरूकता कैसे बढ़ाएँ: benefits of vaccination
- आंगनवाड़ी और स्कूलों में शिविरों का आयोजन करें।
- सोशल मीडिया और टीवी पर जागरूकता अभियान चलाएँ।
- डॉक्टरों और नर्सों को समुदाय में जाकर जानकारी फैलानी चाहिए।
- टीकाकरण कार्ड को डिजिटल रूप में ट्रैक करने की सुविधा बढ़ाई जाए।
- अभिभावकों को SMS या कॉल के ज़रिए अगले टीके की तारीख बताई जाए।
टीकाकरण और भविष्य का भारत: benefits of vaccination
एक ऐसा भारत जहाँ हर बच्चा सुरक्षित, स्वस्थ और टीकाकृत हो — वही वास्तव में “स्वस्थ भारत” की नींव रखेगा। जब बच्चों में रोगों की संख्या घटेगी, तो देश की उत्पादकता और विकास दर बढ़ेगी। टीकाकरण न केवल स्वास्थ्य सुरक्षा है बल्कि यह सामाजिक और आर्थिक विकास की कुंजी भी है।
निष्कर्ष: benefits of vaccination
बच्चों का टीकाकरण करवाना हर माता-पिता की प्राथमिक जिम्मेदारी है। यह न केवल उनके बच्चे के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए सुरक्षा कवच है।
टीकाकरण के ज़रिए हम उन बीमारियों को जड़ से मिटा सकते हैं जो कभी लाखों जानें ले चुकी थीं। सरकार द्वारा उपलब्ध कराए गए मुफ्त टीकों का लाभ उठाकर हम अपने बच्चों को स्वस्थ भविष्य दे सकते हैं।
इसलिए – “टीका लगवाएँ, जीवन बचाएँ” (Vaccinate to Save Lives).
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