जानिए कान को साफ रखना क्यों जरूरी है। कान में बनने वाला मैल (Earwax) कैसे हमारी रक्षा करता है, और कब यह समस्या बन जाता है। सही तरीके से कान की सफाई के उपाय, सावधानियां और डॉक्टर की सलाह के साथ पूरी जानकारी पढ़ें।
Why is it important to clean your ears? The right way to take care of your ears: कान को साफ करना क्यों जरूरी है, कान की देखभाल के सही तरीके

clean your ears:
🩺 कान को साफ करना क्यों जरूरी है? — जानिए कारण, सावधानियां और सही तरीका
परिचय
कान हमारे शरीर का एक बेहद संवेदनशील और महत्वपूर्ण अंग है, जो न केवल हमें सुनने में मदद करता है बल्कि हमारे शरीर का संतुलन बनाए रखने में भी अहम भूमिका निभाता है। कान के अंदर बनने वाला मेल (Earwax) या वैक्स एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जो कान को धूल, कीड़ों और बैक्टीरिया से बचाने का काम करता है। लेकिन जब यह मेल अधिक मात्रा में जमा हो जाता है, तो सुनने की क्षमता में कमी, खुजली, दर्द या संक्रमण जैसी समस्याएँ पैदा कर सकता है।
इसलिए कान की सफाई करना बहुत जरूरी है — लेकिन सही तरीके से। आइए जानते हैं विस्तार से कि कान को साफ रखना क्यों जरूरी है, इसे कैसे करें और किन बातों का ध्यान रखें।
👂 कान की बनावट और कार्य: clean your ears
कान तीन भागों में बंटा होता है —
- बाहरी कान (Outer Ear)
- मध्य कान (Middle Ear)
- भीतरी कान (Inner Ear)
बाहरी कान का हिस्सा जिसे हम “कान” कहते हैं, वह ध्वनि तरंगों को पकड़कर मध्य कान की ओर भेजता है। मध्य कान में ये तरंगें कंपन के रूप में परिवर्तित होकर भीतरी कान तक पहुँचती हैं, जहाँ से ये मस्तिष्क तक सिग्नल जाती हैं।
बाहरी कान के रास्ते में जो वैक्स बनता है, उसे “सिरुमेन” कहा जाता है। इसका काम कान को सुरक्षित रखना होता है।
🦠 कान में वैक्स क्यों बनता है?: clean your ears
कान के अंदर की ग्रंथियां एक चिकनाईदार पदार्थ बनाती हैं जिसे Earwax या कान का मैल कहा जाता है।
इसके कई फायदे होते हैं —
- कान को बैक्टीरिया और धूल से बचाना
- नमी बनाए रखना ताकि कान सूखकर फट न जाए
- छोटे कीड़ों या धूल के कणों को अंदर जाने से रोकना
- संक्रमण से सुरक्षा प्रदान करना
लेकिन जब यह वैक्स समय के साथ सूखकर जम जाता है, तो यह कान बंद होने, आवाज़ कम सुनाई देने या दर्द जैसी समस्या पैदा कर सकता है। इसलिए समय-समय पर कान की सफाई जरूरी है।
🩹 कान को साफ करना क्यों जरूरी है?: clean your ears
- सुनने की क्षमता बनाए रखना
अगर कान में मैल अधिक जमा हो जाए तो ध्वनि तरंगें ठीक से अंदर नहीं जा पातीं। इससे व्यक्ति को आवाज़ धीमी सुनाई देने लगती है। समय पर सफाई न करने पर यह अस्थायी बहरापन तक पैदा कर सकती है। - संक्रमण से बचाव
कान में जमा हुआ मेल बैक्टीरिया और फंगस के लिए एक आदर्श जगह बन सकता है। यह संक्रमण, खुजली और दर्द का कारण बन सकता है। सफाई से इन समस्याओं से बचा जा सकता है। - खुजली और जलन से राहत
पुराने मैल के कारण कान के अंदर खुजली या जलन हो सकती है। सही तरीके से सफाई करने से यह असुविधा खत्म हो जाती है। - कान की बदबू और स्राव से बचाव
कई बार मैल के अधिक जमाव से कान से बदबू आने लगती है या स्राव (discharge) होने लगता है। यह संक्रमण का संकेत है। नियमित सफाई से इसे रोका जा सकता है। - संतुलन बनाए रखना
कान का भीतरी हिस्सा शरीर के संतुलन से जुड़ा होता है। अगर कान में मैल या संक्रमण बढ़ जाए, तो चक्कर आना, सिर भारी लगना जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
⚠️ कान की सफाई में आम गलतियाँ: clean your ears
- कॉटन बड (रुई की डंडी) का इस्तेमाल
बहुत से लोग कान की सफाई के लिए कॉटन बड का उपयोग करते हैं, जो बेहद खतरनाक है। इससे मेल और अंदर धकेल दिया जाता है, जिससे कान की झिल्ली (Eardrum) को नुकसान पहुँच सकता है। - तेज वस्तुओं का इस्तेमाल
कई लोग पिन, माचिस, या नुकीली चीजों से कान साफ करते हैं। इससे कान की त्वचा फट सकती है और संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। - तेल या पानी गलत तरीके से डालना
बिना डॉक्टर की सलाह के कान में सरसों या नारियल तेल डालना कई बार नुकसानदायक साबित हो सकता है। यह कान के अंदर संक्रमण फैला सकता है।
✅ कान साफ करने का सही तरीका: clean your ears
- गुनगुने पानी से सफाई (Home Remedy)
- एक बर्तन में थोड़ा गुनगुना पानी लें।
- रुई के फाहे को इसमें डुबोकर हल्के से बाहरी कान पोंछें।
- कान के अंदर तक रुई या कोई वस्तु न डालें।
- डॉक्टर द्वारा कान की सफाई (Professional Cleaning)
- अगर कान में बहुत मैल जमा हो गया हो तो ENT डॉक्टर के पास जाएं।
- डॉक्टर कान की जाँच करके सुरक्षित तरीके से मैल निकालते हैं।
- कई बार वे “Ear drops” या “Wax softener” की दवा भी देते हैं।
- ईयर ड्रॉप्स का उपयोग
- मार्केट में कुछ ईयर ड्रॉप्स मिलते हैं जो कान के मैल को नरम कर देते हैं।
- इसे डॉक्टर की सलाह से ही उपयोग करें।
🕒 कान कब-कब साफ करना चाहिए?: clean your ears
कान को रोजाना साफ करने की जरूरत नहीं होती।
आमतौर पर हर 15 से 20 दिन में एक बार हल्के से बाहरी सफाई पर्याप्त होती है।
अगर आपको कान भारी लग रहा हो, आवाज़ कम सुनाई दे रही हो, या खुजली हो रही हो, तभी डॉक्टर को दिखाएं।
🚫 किन लोगों को कान की सफाई में ज्यादा सावधानी रखनी चाहिए: clean your ears
- बच्चे — बच्चों के कान बहुत संवेदनशील होते हैं, इसलिए माता-पिता को खुद सफाई नहीं करनी चाहिए।
- डायबिटीज़ या त्वचा रोग वाले लोग — इनमें संक्रमण का खतरा ज्यादा होता है।
- बार-बार कान बहने की समस्या वाले लोग — उन्हें कभी खुद से सफाई नहीं करनी चाहिए।

💡 घरेलू सावधानियां: clean your ears
- कान में तेज आवाज़ या हेडफोन लंबे समय तक न लगाएँ।
- कान गीला होने पर तुरंत सुखाएँ।
- नहाने के बाद कान में पानी न रहे, इसके लिए तौलिये से हल्के हाथ से पोंछें।
- बच्चों के कान में कभी भी कोई वस्तु डालने से बचें।
❌ कान की गंदगी खुद क्यों नहीं निकालनी चाहिए: clean your ears
कई बार शरीर खुद वैक्स को बाहर निकाल देता है। जब हम खुद इसे निकालने की कोशिश करते हैं, तो उल्टा यह अंदर चला जाता है और ईयरड्रम तक पहुँचकर चोट पहुँचा सकता है।
इससे कान में दर्द, सूजन, और सुनने में कमी आ सकती है।
इसलिए यदि वैक्स ज्यादा जमा हो जाए, तो ENT डॉक्टर से मिलना ही सबसे सुरक्षित विकल्प है।
🧠 महत्वपूर्ण तथ्य: clean your ears
- कान खुद-ब-खुद साफ हो जाने की क्षमता रखता है।
- ज्यादा सफाई करने से कान की प्राकृतिक सुरक्षा खत्म हो सकती है।
- बच्चों में वैक्स ज्यादा बनता है क्योंकि उनकी ग्रंथियाँ अधिक सक्रिय होती हैं।
- Ear candles, sharp sticks या hairpins से सफाई करना बहुत खतरनाक है।
🔚 निष्कर्ष: clean your ears
कान की सफाई जरूरी है, लेकिन सही तरीके से और समय-समय पर।
कान में जमा वैक्स हमारी सुरक्षा करता है, लेकिन जब यह जरूरत से ज्यादा हो जाए तो समस्या बन जाता है। इसलिए संतुलन जरूरी है।
अपने कानों का ध्यान रखें, तेज आवाज़ों से बचें, गंदगी से दूर रहें और समय-समय पर डॉक्टर से जांच करवाएँ। याद रखिए —
👉 कान केवल सुनने का ही नहीं, आपके संतुलन और स्वास्थ्य का भी आधार हैं।
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