Youtube settting
Youtube setting:-Youtube ki setting ke bare pure vistaar se jane

Youtube setting:-YouTube की सारी सेटिंग्स को विस्तार से समझाने के लिए मुख्य रूप से निम्न प्रमुख हेडिंग्स में बांटा जा सकता है, जो YouTube के लगभग सभी सेटिंग्स को A से Z तक कवर करता है।
Youtube setting:-Youtube ki setting ke bare pure vistaar se jane
1. अकाउंट सेटिंग्स (Account Settings):-Youtube setting
- प्रोफाइल मैनेजमेंट, अकाउंट सिक्योरिटी, गोपनीयता सेटिंग्स।
- अकाउंट से जुड़े नोटिफिकेशन की सेटिंग्स।
- स्विच अकाउंट और लॉग आउट विकल्प।
2. जनरल सेटिंग्स (General Settings):-Youtube setting
- डिवाइस थीम (लाइट/डार्क मोड) का चयन।
- ऐप की भाषा बदलना।
- डेटा उपयोग और प्लेबैक ऑप्शन्स।
3. नोटिफिकेशन सेटिंग्स (Notification Settings):-Youtube setting
- नोटिफिकेशन ऑन/ऑफ करना, कस्टम नोटिफिकेशन सेट करना।
- साउंड/वाइब्रेशन कंट्रोल।
- न्यू बैजेस और कमेंट नोटिफिकेशन।
4. प्लेबैक & परफॉर्मेंस सेटिंग्स (Playback & Performance):-Youtube setting
- वीडियो की क्वालिटी सेटिंग।
- स्वतः प्लेबैक ऑन/ऑफ।
- डबल टैप से आगे/पीछे जाना और फुल स्क्रीन जूम सेटिंग।
5. प्राइवेसी सेटिंग्स (Privacy Settings):-Youtube setting
- हिस्ट्री कंट्रोल (देखी गई वीडियो और सर्च हिस्ट्री को मैनेज करना)।
- वीडियो की प्राइवेसी सेटिंग (पब्लिक, प्राइवेट, अनलिस्टेड)।
- ब्लॉक और रिपोर्टिंग ऑप्शन्स।
6. सब्सक्रिप्शन और कम्युनिटी सेटिंग्स (Subscriptions & Community):-Youtube setting
- चैनल सब्सक्रिप्शन मैनेज करना।
- कम्युनिटी टैब और कमेंट्स कंट्रोल।
- अर्न बैजेस और क्रिएटर इंटरेक्शन ऑप्शन्स।
7. चैनल सेटिंग्स (Channel Settings) — खास कर YouTube Creators के लिए:-Youtube setting
- चैनल का नाम, डिस्क्रिप्शन, और कीवर्ड सेट करना।
- चैनल आर्ट, प्रोफाइल पिक्चर सेट करना।
- वीडियो अपलोड की डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स (टाइटल, डिस्क्रिप्शन, टैग्स)।
- लाइव स्ट्रीमिंग सेटिंग्स।
- एडसेंस और मोनेटाइजेशन सेटिंग्स।
8. कैप्शन और भाषा सेटिंग्स (Captions & Language):-Youtube setting
- वीडियो के लिए कैप्शन सेटिंग्स।
- कैप्शन की भाषा, टेक्स्ट साइज, और स्टाइल कस्टमाइजेशन।
9. एडवांस सेटिंग्स (Advanced Settings):-Youtube setting
- कंटेंट रिव्यू, वीडियो लाइसेंसिंग।
- दर्शक कैटेगरी सेट करना (कौनसे वीडियो बच्चों के लिए हैं)।
- API access और अन्य तकनीकी सेटिंग्स।
YouTube ऐप या वेब पर इन सभी सेटिंग्स को एक्सेस करने के लिए अपने प्रोफाइल आइकन पर क्लिक करके सेटिंग्स में जाएं, जहां ये सभी विकल्प अलग-अलग सेक्शन में होंगे। प्रत्येक सेक्शन के अंदर आप अपनी जरूरत के अनुसार कस्टमाइजेशन कर सकते हैं।
चैनल सेटिंग्स को स्टेप‑बाय‑स्टेप कैसे बदलें
Youtube setting:-YouTube चैनल की सेटिंग्स को बदलना आसान है अगर आप चरण दर चरण प्रॉसेस को समझें। नीचे यह तरीका बताया गया है:
1. YouTube Studio में लॉगिन करें:-Youtube setting
- अपने ब्राउजर या ऐप में https://studio.youtube.com/ पर जाएं।
- उस Gmail अकाउंट से साइन इन करें जिसका आपका चैनल है।
2. सेटिंग्स मेनू तक पहुँचें:-Youtube setting
- 左 साइडबार के नीचे “Settings” (सेटिंग्स) बटन पर क्लिक करें।
3. चैनल सेटिंग्स खोलें:-Youtube setting
- सेटिंग्स में “Channel” ऑप्शन चुनें।
4. चैनल की जानकारी एवं सेटिंग्स बदलें:-Youtube setting
- Basic Info सेक्शन में अपना देश चुनें और चैनल के लिए कीवर्ड (keywords) डालें। ये आपके चैनल के सर्च में मदद करेंगे।
- Advanced Settings में दर्शक कैटेगरी सेट करें कि आपका कॉन्टेंट बच्चों के लिए है या नहीं।
- “Feature Eligibility” से मोबाइल नंबर वेरीफाई करें ताकि आप इंटरमीडिएट फीचर्स (जैसे लाइव स्ट्रीमिंग) का उपयोग कर सकें।
5. अपलोड डिफॉल्ट्स सेट करें:-Youtube setting
- सेटिंग्स में “Upload Defaults” सेक्शन में जाएं।
- यहाँ आप डिफ़ॉल्ट टाइटल, डिस्क्रिप्शन, टैग्स, और वीडियो की विजिबिलिटी (पब्लिक/अनलिस्टेड/प्राइवेट) सेट कर सकते हैं।
6. चैनल कस्टमाइजेशन:-Youtube setting
- YouTube Studio के बाएं मेन्यू में “Customization” पर क्लिक करें।
- यहाँ लॉगो, चैनल आर्ट (बैनर), और वॉटरमार्क अपलोड करें।
- सब कुछ सेट करने के बाद “Publish” बटन दबाएं।
7. सेव करें:-Youtube setting
- हर बदलाव के बाद “Save” बटन जरूर दबाएं ताकि आपका सेटअप सुरक्षित रहे।
अपलोड डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स और टेम्पलेट कैसे सेट करें
Youtube setting:-YouTube पर अपलोड डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स और टेम्पलेट सेट करने का तरीका इस प्रकार है:
अपलोड डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स और टेम्पलेट सेट करने के स्टेप्स
- YouTube Studio में साइन इन करें।
- बाईं ओर मेन्यू बार में जाकर “Settings” (सेटिंग्स) पर क्लिक करें।
- सेटिंग्स विंडो में “Upload Defaults” सिलेक्ट करें।
- यहाँ दो टैब होंगे:
- Basic Info: इसमें आप डिफ़ॉल्ट वीडियो टाइटल, डिस्क्रिप्शन, टैग, वीडियो कैटेगरी (जैसे म्यूजिक, एंटरटेनमेंट) और वीडियो की भाषा सेट कर सकते हैं।
- Advanced Settings: इसमें आप डिफ़ॉल्ट लाइसेंस, कमेंट्स पॉलिसी, वीडियो की प्राइवेसी सेटिंग (पब्लिक, प्राइवेट, अनलिस्टेड), और दर्शक कैटेगरी (बच्चों के लिए है या नहीं) सेट कर सकते हैं।
- अपनी पसंद के मुताबिक डिफ़ॉल्ट वैल्यू भरने के बाद, नीचे “Save” बटन दबाएं।
- अब जब भी आप वीडियो अपलोड करेंगे, ये सेटिंग्स ऑटोमेटिकली अप्लाई होंगी, जिससे हर बार बार-बार सेटिंग न करनी पड़े।
- ध्यान दें कि ये डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स केवल वेब ब्राउजर से अपलोड पर लागू होती हैं, मोबाइल ऐप या अन्य वीडियो एडिटिंग टूल से अपलोड पर नहीं
गोपनीयता व विजिबिलिटी विकल्प कब क्या चुनें
Youtube setting:-YouTube पर गोपनीयता (Privacy) और विजिबिलिटी (Visibility) विकल्प चुनते समय निम्न बातों का ध्यान रखें:
1. पब्लिक (Public):-Youtube setting
- इस विकल्प से आपकी वीडियो या चैनल सभी के लिए खुले हो जाते हैं।
- कोई भी व्यक्ति इन्हें देख सकता है या शेयर कर सकता है।
- यह विकल्प तब चुनें जब आप अपना कंटेंट ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाना चाहते हों और वह सभी के लिए उपयोगी या मनोरंजक हो।
2. अनलिस्टेड (Unlisted):-Youtube setting
- वीडियो दर्शकों के लिए सार्वजनिक नहीं होती, केवल जिनके पास लिंक होता है वे देख सकते हैं।
- वीडियो सर्च रिजल्ट या आपके चैनल पर नहीं दिखती।
- यह विकल्प न्यूज़रूम में प्रीव्यू, प्राइवेट ट्यूटोरियल, या ऐसे वीडियो के लिए चुनें जिनका आप सीमित दर्शक वर्ग के साथ ही साझा करना चाहते हैं।
3. प्राइवेट (Private):-Youtube setting
- आपकी वीडियो सिर्फ वे लोग देख सकते हैं जिन्हें आप सीधे आमंत्रित करें।
- यह विकल्प तब चुनें जब वीडियो बेहद गोपनीय हो, जैसे व्यक्तिगत सामग्री या उन वीडियो के लिए जो केवल खास लोगों के लिए हों।
गोपनीयता विकल्प कब चुनें?:-Youtube setting
- जब आप दर्शकों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं, तो पब्लिक चुनें।
- जब आप सीमित लोगों से फीडबैक लेना चाहते हैं, तो अनलिस्टेड चुनें।
- जब वीडियो या कंटेंट पूरी तरह निजी रहे, तभी प्राइवेट विकल्प चुनें।
अतिरिक्त सुझाव:-:-Youtube setting
- बच्चे या परिवार के लिए बनाए गए व्यक्तिगत वीडियो हमेशा प्राइवेट रखें।
- कामकाजी या पेशेवर प्रेजेंटेशन वीडियो को अनलिस्टेड रखकर सुरक्षित साझा कर सकते हैं।
- सार्वजनिक कंटेंट के लिए पब्लिक रखकर अधिक दर्शकों तक पहुंच सुनिश्चित होती है।
इस प्रकार उचित गोपनीयता और विजिबिलिटी विकल्प चुनकर आप अपने कंटेंट की सुरक्षा और पहुंच दोनों पर नियंत्रण रख सकते हैं.
YouTube पर गोपनीयता (Privacy) और विजिबिलिटी (Visibility) विकल्प चुनते समय निम्न बातों का ध्यान रखें:
1. पब्लिक (Public):-Youtube setting
- इस विकल्प से आपकी वीडियो या चैनल सभी के लिए खुले हो जाते हैं।
- कोई भी व्यक्ति इन्हें देख सकता है या शेयर कर सकता है।
- यह विकल्प तब चुनें जब आप अपना कंटेंट ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुँचाना चाहते हों और वह सभी के लिए उपयोगी या मनोरंजक हो।
2. अनलिस्टेड (Unlisted):-Youtube setting
- वीडियो दर्शकों के लिए सार्वजनिक नहीं होती, केवल जिनके पास लिंक होता है वे देख सकते हैं।
- वीडियो सर्च रिजल्ट या आपके चैनल पर नहीं दिखती।
- यह विकल्प न्यूज़रूम में प्रीव्यू, प्राइवेट ट्यूटोरियल, या ऐसे वीडियो के लिए चुनें जिनका आप सीमित दर्शक वर्ग के साथ ही साझा करना चाहते हैं।
3. प्राइवेट (Private):-Youtube setting
- आपकी वीडियो सिर्फ वे लोग देख सकते हैं जिन्हें आप सीधे आमंत्रित करें।
- यह विकल्प तब चुनें जब वीडियो बेहद गोपनीय हो, जैसे व्यक्तिगत सामग्री या उन वीडियो के लिए जो केवल खास लोगों के लिए हों।
गोपनीयता विकल्प कब चुनें?:-Youtube setting
- जब आप दर्शकों की संख्या बढ़ाना चाहते हैं, तो पब्लिक चुनें।
- जब आप सीमित लोगों से फीडबैक लेना चाहते हैं, तो अनलिस्टेड चुनें।
- जब वीडियो या कंटेंट पूरी तरह निजी रहे, तभी प्राइवेट विकल्प चुनें।
अतिरिक्त सुझाव::-Youtube setting
- बच्चे या परिवार के लिए बनाए गए व्यक्तिगत वीडियो हमेशा प्राइवेट रखें।
- कामकाजी या पेशेवर प्रेजेंटेशन वीडियो को अनलिस्टेड रखकर सुरक्षित साझा कर सकते हैं।
- सार्वजनिक कंटेंट के लिए पब्लिक रखकर अधिक दर्शकों तक पहुंच सुनिश्चित होती है।
इस प्रकार उचित गोपनीयता और विजिबिलिटी विकल्प चुनकर आप अपने कंटेंट की सुरक्षा और पहुंच दोनों पर नियंत्रण रख सकते हैं.
मॉनेटाइज़ेशन और पार्टनर प्रोग्राम के लिए क्या करना है
Youtube setting:-:-YouTube मॉनेटाइज़ेशन और पार्टनर प्रोग्राम के लिए क्या करना है, इसका विस्तृत विवरण निम्न है:
YouTube पार्टनर प्रोग्राम (YouTube Partner Program – YPP) में शामिल होना
YouTube पार्टनर प्रोग्राम का हिस्सा बन कर आप अपने चैनल से पैसे कमा सकते हैं। इसमें विज्ञापनों से रेवेन्यू, फैन फंडिंग, चैनल मेंबरशिप, मर्चेंडाइज बिक्री, ब्रांड डील्स जैसी कई कमाई के तरीके मिलते हैं।
मॉनेटाइज़ेशन के लिए जरूरी शर्तें
- न्यूनतम 500 सब्सक्राइबर होना चाहिए और पिछले 90 दिनों में कम से कम 3 सार्वजनिक वीडियो अपलोड किए होने चाहिए।
- पिछले 12 महीनों में आपके सार्वजनिक वीडियो कुल 3,000 मान्य घंटे देखे गए हो या पिछले 90 दिन में आपके शॉर्ट वीडियो पर 30 लाख व्यूज होने चाहिए।
- या फिर 1,000 सब्सक्राइबर और 4,000 मान्य घंटे वे देखे गए हों या शॉर्ट वीडियो पर 1 करोड़ व्यूज मिले हों।
आवेदन प्रक्रिया:-Youtube setting
- YouTube Studio में लॉगिन कर के, “Monetization” सेक्शन में जाकर YouTube Partner Program के लिए आवेदन करें।
- आपका चैनल YouTube की नीतियां और गाइडलाइंस फॉलो कर रहा होना चाहिए।
- आवेदन की समीक्षा के बाद आपको पार्टनर प्रोग्राम का हिस्सा बनाया जाएगा।
मॉनेटाइज़ेशन के फायदे:-Youtube setting
- वीडियो पर विज्ञापन लगाकर पैसे कमाना।
- YouTube Premium से आय।
- सुपर चैट, सुपर थैंक्स, और चैनल मेम्बरशिप के जरिए फैंस से कमाई।
- मर्चेंडाइज बेचने का विकल्प।
- ब्रांड कॉन्टेंट कैंपेन में हिस्सा लेना।
सपोर्ट और कम्युनिटी:-Youtube setting
- पार्टनर प्रोग्राम में शामिल क्रिएटर्स को वन-टू-वन सपोर्ट और क्रिएटर कम्युनिटी से जुड़ने का मौका मिलता है।
- लाइव इवेंट्स और मीटअप्स का हिस्सा बन सकते हैं।
इस पूरी प्रक्रिया को पूरा करने से आप अपने YouTube चैनल को मॉनेटाइज कर सकेंगे और विभिन्न रेवेन्यू के स्रोतों का लाभ उठा सकेंगे।
यह जानकारी YouTube के आधिकारिक पार्टनर प्रोग्राम पेज और सहायता सामग्री पर आधारित है.
चैनल की नीति अनुपालन कैसे चेक करूँ
Youtube setting:-YouTube चैनल की नीति अनुपालन चेक करने के लिए निम्न चरण अपनाएं::-Youtube settting
चैनल की नीति अनुपालन चेक करने के मुख्य तरीके:-Youtube setting
- YouTube Studio में नियम और चेतावनियाँ देखें
- YouTube Studio के डैशबोर्ड पर जाकर “Channel violations” या “Restrictions” सेक्शन देखें।
- यहाँ आपको कोई भी स्ट्राइक, चेतावनी या नियम उल्लंघन की जानकारी मिलेगी।
- YouTube की नीतियों और कम्युनिटी गाइडलाइंस समझें और पालन करें
- सुनिश्चित करें कि आपका कंटेंट ओरिजनल, विश्वसनीय और यथासंभव यूनिक हो।
- कॉपीराइट सामग्री का उपयोग बिना अनुमति के न करें।
- एक जैसा या टेम्पलेट आधारित कंटेंट न अपलोड करें क्योंकि इससे चैनल की मॉनेटाइजेशन पर असर पड़ सकता है।
- चैनल की समीक्षा YouTube के द्वारा की जाती है जिसमें ये देखे जाते हैं
- चैनल का मुख्य विषय और सबसे ज्यादा देखे जाने वाले वीडियो।
- नए अपलोड किए गए वीडियो।
- वीडियो के मेटाडेटा जैसे टाइटल, थंबनेल और विवरण।
- चैनल का “About” सेक्शन या जानकारी।
- स्ट्राइक और कॉपीराइट रिकॉर्ड चेक करें
- किसी भी स्ट्राइक या कॉपीराइट नोटिस को तुरंत समझें और आवश्यक कार्रवाई करें।
- स्ट्राइक हटने के बाद ही जोखिम कम होता है मॉनेटाइजेशन के लिए आवेदन करने का।
- यूट्यूब की मॉनेटाइजेशन पॉलिसी और कम्युनिटी गाइडलाइंस को पढ़ें
- इन्हें फॉलो करना जरूरी है, अन्यथा आपका चैनल मॉनेटाइजेशन से बाहर हो सकता है या चैनल ही बंद हो सकता है।
- ऑनलाइन टूल्स और यूट्यूब चैनल मॉनेटाइजेशन चेकर्स का उपयोग करें
- कुछ वेबसाइट्स और टूल्स से आप चैनल की मॉनेटाइजेशन स्टेटस और नियम पालन स्थिति ऑनलाइन भी देख सकते हैं।
इन सभी चीजों का ध्यान रखकर चैनल की नीति अनुपालन चेक कर सकते हैं। नीतियों का उल्लंघन होने पर YouTube आपको ईमेल या प्लेटफॉर्म नोटिफिकेशन द्वारा सूचित करता है जिससे आप सुधार कर सकें
मॉनेटाइज़ेशन के लिए वर्कफ़्लो सेटअप कैसे करें
YouTube मॉनेटाइज़ेशन के लिए वर्कफ़्लो सेटअप का सही तरीका निम्नलिखित स्टेप्स में किया जाता है:
मॉनेटाइज़ेशन वर्कफ़्लो सेटअप के स्टेप्स
- YouTube Partner Program के लिए पात्रता पूरी करें
- न्यूनतम 500 सब्सक्राइबर और 3000 सार्वजनिक वॉच घंटे या 30 लाख शॉर्ट्स व्यूज का लक्ष्य पूरा करें।
- अपना चैनल पूरी तरह YouTube की कम्युनिटी गाइडलाइंस और नीतियों के अनुरूप रखें।
- YouTube Studio में Monetization सेक्शन खोलें
- YouTube Studio में लॉगिन करें, बाईं साइडबार से “Monetization” पर क्लिक करें।
- यहां YouTube Partner Program के लिए आवेदन करें।
- मोनेटाइजेशन टूल्स सेटअप करें
- भुगतान सेटिंग (पAYOUT) में अपने बैंक और टैक्स डॉक्यूमेंट सही तरह भरें।
- कंटेंट मोनेटाइजेशन के लिए सही तरीके से वीडियो सेटिंग्स करें।
- लाइव स्ट्रीमिंग, रील्स और फोटो कंटेंट सक्रिय रूप से अपलोड करें ताकि प्लेटफॉर्म पर सक्रियता बनी रहे।
- कंटेंट प्लानिंग और अपलोडिंग नियमित रखें
- वीडियो अपलोड के लिए डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स और टेम्पलेट बनाए रखें जिससे हर बार वही जानकारी भरनी न पड़े।
- ज़्यादा से ज़्यादा ओरिजनल और क्रिएटिव कंटेंट बनाएं जो दर्शकों को पसंद आए।
- नियमित मॉनिटरिंग और सुधार करें
- चैनल की नीति के अनुसार कंटेंट चेक करें।
- किसी भी नोटिस या चेतावनी पर तुरंत प्रतिक्रिया दें।
- कम्युनिटी और सपोर्ट देखें
- YouTube पार्टनर सपोर्ट टीम से संपर्क करें।
- YouTube क्रिएटर कम्युनिटी ग्रुप्स में भाग लें।
- वित्तीय ट्रैकिंग और पAYOUT मेनेज करें
- मॉनिटाइजेशन डैशबोर्ड पर आय और पेआउट स्टेटस ट्रैक करें।
- समय-समय पर टैक्स और पेमेंट जानकारी अपडेट रखें।
इस प्रक्रिया को ध्यानपूर्वक और नियमित तरीके से फॉलो करने पर सफलतापूर्वक YouTube मॉनेटाइज़ेशन सेटअप हो जाएगा और आय शुरू होगी।
यह जानकारी नए कंटेंट क्रिएटर्स और YouTube पार्टनर्स के लिए उपलब्ध नवीनतम गाइड्स और ट्यूटोरियल्स पर आधारित है.
मॉनेटाइज़ेशन और पार्टनर प्रोग्राम के लिए क्या करना है

Youtube setting:-YouTube मॉनेटाइज़ेशन और पार्टनर प्रोग्राम के लिए आपको कुछ जरूरी कदम उठाने होंगे। यहाँ इन संसाधनों के आधार पर मुख्य जानकारी दी गई है:
मुख्य चरण:
- अपनी पात्रता पूरी करें
- चैनल के कम से कम 500 सब्सक्राइबर हों।
- पिछले 12 महीनों में कुल 3,000 सार्वजनिक वॉच घंटे या पिछले 90 दिनों में 30 लाख शॉर्ट वीडियो व्यूज होने चाहिए।
- यदि ये मानदंड पूरे हो जाते हैं, तो आप आप आवेदन कर सकते हैं.
- YouTube Studio में आवेदन करें
- YouTube Studio खोलें और “Monetization” सेक्शन में जाएं।
- यहाँ “Apply Now” पर क्लिक करें और दिशा-निर्देशों का पालन करें।
- भुगतान और टैक्स जानकारी भरें
- अपने बैंक खाते की जानकारी दें और टैक्स विवरण अपलोड करें।
- डिजिटल सामग्री और नीतियों का ध्यान रखें
- सुनिश्चित करें कि आपका कंटेंट YouTube की नीतियों और समुदाय दिशानिर्देश के अनुरूप है।
- क्रिएटिव प्लानिंग और कंटेंट अपलोड करें
- नियमित रूप से वीडियो अपलोड करें, ताकि आपके चैनल का सक्रियता बना रहे।
- समीक्षा और स्वीकृति का इंतजार करें
- आवेदन के बाद, YouTube की टीम आपके चैनल की समीक्षा करेगी। यदि सब कुछ ठीक रहता है, तो आपका चैनल मॉनेटाइजेशन के लिए स्वीकृत हो जाएगा।
अतिरिक्त सुझाव:
- अपने चैनल की प्राइवेसी और नीतियों का नियमित पालन सुनिश्चित करें।
- क्रिएटर सहायता टीम से जुड़ें, यदि कोई सहायता या जाँच करनी हो।
- अपने कंटेंट को ओडियंस के अनुकूल बनाएँ ताकि व्यूज और आय दोनों बढ़ें।
यदि इन सभी चरणों को जैसे को तैसे पूरा किया जाता है, तो आप आसानी से YouTube से कमाई शुरू कर सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप और भी देख सकते हैं।
मेरे चैनल के लिए योग्यता जांचने की सूची
Youtube setting:-YouTube चैनल की योग्यता जांचने के लिए निम्न चेकलिस्ट का पालन करना चाहिए:
आपके चैनल की योग्यता जांचने की सूची
- चैनल की बेसिक जानकारी पूरी करें
- चैनल का नाम, डेस्क्रिप्शन, और कीवर्ड सही तरीके से सेट करें।
- कंट्री और भाषा का चयन करें।
- चैनल का प्रेजेंटेशन जांचें
- प्रोफाइल पिक्चर, चैनल आर्ट और होम पेज सही और आकर्षक हो।
- होम पेज पर एक फीचर वीडियो हो जो नए दर्शकों को आपका चैनल समझाए।
- सामग्री की गुणवत्ता और निरंतरता
- नियमित अंतराल पर वीडियो अपलोड करें।
- वीडियो कंटेंट YouTube के कम्युनिटी गाइडलाइंस के अनुसार हो।
- वीडियो SEO और कीवर्ड सेटिंग
- वीडियो टाइटल, डिस्क्रिप्शन और टैग्स में उपयुक्त कीवर्ड लगाएं।
- चैनल की कीवर्ड लिस्ट सेट करें जिससे आपके वीडियो सही जगह दिखाई दें।
- चैनल वेरीफिकेशन और फीचर एक्टिवेशन
- फोन नंबर से चैनल वेरीफाई करें।
- चैनल फीचर्स जैसे कस्टम थंबनेल, लाइव स्ट्रीमिंग आदि सक्रिय हों।
- मॉनिटाइज़ेशन पात्रता जांचें
- कम से कम 500 सब्सक्राइबर और पिछले 12 महीनों में 3,000 घंटे का वॉच टाइम या 30 लाख शॉर्ट वीडियो व्यूज हों।
- कम्युनिटी गाइडलाइन स्ट्राइक न हो।
- अपलोड डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स सही हों
- वीडियो अपलोड करते समय डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स सेट करें जैसे डिस्क्रिप्शन, टैग्स, विजिबिलिटी आदि।
- नियमित चैनल एनालिटिक्स देखें
- YouTube Studio के एनालिटिक्स का उपयोग करके चैनल की परफॉर्मेंस समझें।
- दर्शक व्यवहार और रुचि के अनुसार कंटेंट की योजना बनाएं।
- कानूनी और कॉपीराइट नियमों का पालन
- कॉपीराइट उल्लंघन से बचें और उचित लाइसेंसिंग ले।
यह चेकलिस्ट आपको यह पता लगाने में मदद करेगी कि आपका चैनल YouTube के मानकों के अनुसार कितना तैयार है और जरूरत पड़ने पर सुधार करने की दिशा बताएगी। इससे चैनल की ग्रोथ और मॉनेटाइजेशन की संभावना बढ़ेगी.
चैनल की नीति उल्लंघन कहाँ देख सकते हैं
Youtube setting:-YouTube चैनल की नीति उल्लंघनों को ध्यान में रखने और देखने के लिए आप निम्नलिखित स्थानों पर जा सकते हैं:
1. YouTube Studio का कम्युनिटी स्ट्राइक सेक्शन
- यहाँ आप अपने चैनल पर किसी भी नियम उल्लंघन की श्रेणियों और स्ट्राइक का विवरण देख सकते हैं।
- YouTube Studio में लॉगिन कर, “Compliance” या “Restrictions” सेक्शन में जाकर अपनी रिपोर्ट देख सकते हैं।
2. YouTube की नीतियों का आधिकारिक इंटरफ़ेस
- YouTube नीति और दिशा-निर्देश पर जाकर पूरे प्लेटफॉर्म की नीतियां और उल्लंघनों की जानकारी मिलती है।
- यहाँ आप जान सकते हैं कि कौन से वीडियो या कंटेंट उल्लंघन के अंतर्गत आते हैं।
3. संबंधित ईमेल और नोटिफिकेशन
- यदि आपने अपनी वीडियो या चैनल पर उल्लंघनों के कारण नोटिस प्राप्त किया है, तो उसका विवरण इन ईमेल्स में मिलेगा।
- उल्लंघनों का विवरण दिखाने वाली कोई भी नोटिफिकेशन भी आपको यूट्यूब के नोटिफिकेशन या मेल के माध्यम से मिल सकती है।
4. यूट्यूब के हेल्प सेंटर और सपोर्ट
- यूट्यूब हेल्प पर जाकर आप भी नियम उल्लंघन के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
इस तरह आप अपने चैनल के उल्लंघनों का पता लगा सकते हैं और समय रहते सुधार कर सकते हैं।
नीति उल्लंघन नोटिफिकेशन की डायरेक्ट लिंक कहाँ मिलती है
Youtube settting:-नीति उल्लंघन नोटिफिकेशन की डायरेक्ट लिंक आमतौर पर आपको YouTube या संबंधित प्लेटफॉर्म के द्वारा भेजे गए ईमेल या नोटिफिकेशन में मिलती है। जब कोई उल्लंघन होता है, तो प्लेटफॉर्म एक नोटिफिकेशन भेजता है जिसमें उल्लंघन की वजह, और संबंधित नीति लिंक या विवरण होता है।
नीति उल्लंघन नोटिफिकेशन लिंक कहां मिलती है:
- YouTube Studio में नोटिफिकेशन पेज: जिससे आप उल्लंघन का पूरा विवरण और संबंधित नीति लिंक देख सकते हैं।
- ईमेल में: जब उल्लंघन होता है, तो YouTube या संबंधित प्लेटफॉर्म की ओर से भेजे गए ईमेल में उल्लंघन की डायरेक्ट लिंक मिलती है।
- YouTube हेल्प सेंटर: उल्लंघन और नीति से जुड़ी जानकारियां भी यहाँ उपलब्ध होती हैं।
YouTube सीधे एक डैशबोर्ड लिंक नहीं देता जिसमें सभी उल्लंघन की डायरेक्ट लिस्ट हो, बल्कि आपको व्यक्तिगत वीडियो या खाते के उल्लंघन के नोटिफिकेशन ईमेल तथा YouTube Studio के नोटिफिकेशन सेक्शन में ये सूचनाएं मिलती हैं।
अर्थात, नीति उल्लंघन नोटिफिकेशन की डायरेक्ट लिंक मुख्य रूप से आपके YouTube Studio के नोटिफिकेशन सेक्शन एवं उल्लंघन नोटिफिकेशन वाले ईमेल में उपलब्ध होती है। वहाँ से संबंधित नीति और सुधार के निर्देशों को एक्सेस कर सकते हैं
Policy center में कौन-कौन से सेक्शन चेक करें
YouTube के Policy Center में निम्न मुख्य सेक्शन चेक किए जाने चाहिए:
- Community Guidelines Strikes (कम्युनिटी गाइडलाइंस स्ट्राइक)
- चैनल पर कोई स्ट्राइक या चेतावनी लगी है या नहीं।
- इससे पता चलता है कि कहीं आप YouTube की सामुदायिक नियमावली का उल्लंघन तो नहीं कर रहे हैं।
- Copyright Strikes (कॉपीराइट स्ट्राइक)
- वीडियो या चैनल पर कॉपीराइट उल्लंघन की कोई शिकायत तो नहीं आई है।
- कॉपीराइट दावा वाली सामग्री की सूचनाएं देखें और तुरंत सुधार करें।
- Monetization Status (मॉनेटाइज़ेशन स्टेटस)
- मॉनेटाइज़ेशन के लिए आपका चैनल पात्र है या नहीं।
- यदि कोई समस्या है तो उसका विवरण यहाँ मिलेगा।
- Policy Warnings and Restrictions (नीति चेतावनियाँ और प्रतिबंध)
- वीडियो पर लगे किसी भी Content ID क्लेम या प्रतिबंध की जानकारी।
- विभिन्न कंटेंट पर लगे सीमाएँ जैसे एडसेंस प्रतिबंध।
- Channel Level Actions (चैनल स्तर के कार्य)
- चैनल पर लगे किसी भी प्रकार के बैन, अस्थायी प्रतिबंध या डिमonetization के नोटिस।
- Appeal Options (आपील विकल्प)
- यदि किसी स्ट्राइक या दावे पर आप आपील करना चाहते हैं तो इसके लिए विकल्प।
यह सभी सेक्शन Policy Center के अंतर्गत YouTube Studio में “Policy” या “Community” टैब में मिलते हैं। इन्हें नियमित रूप से चेक करके चैनल की नियम पालन की स्थिति पर नजर रखी जाती है ताकि कोई गंभीर उल्लंघन न हो और चैनल स्वस्थ बना रहे.
किसी विशेष वीडियो पर मिला उल्लंघन नोटिस कैसे देखें
Youtube setting:-किसी विशेष वीडियो पर मिला उल्लंघन नोटिस देखने का तरीका इस प्रकार है:
- YouTube Studio में लॉगिन करें
अपने YouTube अकाउंट से YouTube Studio (studio.youtube.com) में लॉगिन करें। - वीडियो सेक्शन में जाएं
बाएं साइड के मेन्यू से “Content” (या वीडियो) सेक्शन पर क्लिक करें, जहां आपके सारे वीडियो दिखेंगे। - उल्लंघन वाले वीडियो की पहचान करें
उल्लंघन नोटिस मिलने पर वीडियो की थंबनेल या टाइटल के नीचे कोई चेतावनी चिन्ह या नोटिफिकेशन दिखेगा, जैसे “Copyright claim,” या “Community Guidelines strike।” - वीडियो पर क्लिक करें
उस वीडियो को खोलें जिस पर उल्लंघन नोटिस मिला है। - “Restrictions” और “Copyright claims” टैब देखें
वीडियो डिटेल्स के नीचे या वीडियो एडिटर के पास “Restrictions,” “Copyright claims,” या “Monetization” टैब पर जाएं।
यहाँ उल्लंघन सूचना, स्ट्राइक का प्रकार, कारण और संबंधित नीति का विवरण मिलेगा। - YouTube की भेजी गई ईमेल चेक करें
अगर उल्लंघन हुआ है तो YouTube की तरफ़ से एक ईमेल भी मिलता है जिसमें उल्लंघन की जानकारी और लिंक होता है, आप उसे भी पढ़ सकते हैं। - समाधान या अपील विकल्प देखें
यदि आपको लगता है कि उल्लंघन गलत है, तो अपील (appeal) भेजने का विकल्प भी वीडियो के डिटेल पेज पर होता है।
यह प्रक्रिया आपको अपने वीडियो पर किसी भी कॉपीराइट या नीति उल्लंघन की जानकारी और उसके समाधान के लिए आवश्यक कदम उठाने में मदद करती है.
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नोटिस से जुड़े सबमिशन या सबूत कैसे डाउनलोड करें
नोटिस से जुड़े सबमिशन या सबूत डाउनलोड करने के लिए सामान्यतः निम्न प्रक्रिया अपनाई जाती है:
- जिस प्लेटफॉर्म या सर्विस पर आपने नोटिस के तहत कोई सबमिशन किया है, वहां लॉगिन करें।
- सबमिशन के संबंधित सेक्शन या हिस्ट्री में जाएं।
- उस सबमिशन को ढूंढ़े जिसे आप डाउनलोड करना चाहते हैं।
- आमतौर पर सबमिशन के नाम या संख्या पर क्लिक करने से उसकी डिटेल खुलती है।
- वहां “डाउनलोड” या “Download PDF” जैसे विकल्प होते हैं, जिनसे आप सबमिशन का पीडीएफ या अन्य संबंधित फाइल डाउनलोड कर सकते हैं।
यह प्रोसेस कई ऑनलाइन फॉर्म, शिकायतportal, या डिजिटल नोटिस प्रणालियों में समान होता है। उदाहरण के लिए, Jotform जैसे प्लेटफॉर्म में सबमिशन की फाइलें और डेटा ईमेल या डैशबोर्ड से डाउनलोड की जा सकती हैं।
यदि यह YouTube या अन्य डिजिटल प्लेटफॉर्म का उल्लंघन नोटिस है, तो संबंधित नोटिस ईमेल या YouTube Studio के नोटिफिकेशन सेक्शन में जाकर सबूत या नोटिस की डिटेल देखी और डाउनलोड की जा सकती है।
सारांश में, नोटिस से जुड़ी सबमिशन या सबूत डाउनलोड करने का सबसे आसान तरीका है उस सर्विस के सबमिशन रिकॉर्ड में जाकर संबंधित डाउनलोड विकल्प का उपयोग करना।
डाउनलोड मिलने पर मैटाडेटा और टाइमस्टैम्प कैसे जांचें
Youtube setting:-डाउनलोड की गई फाइल या नोटिस से जुड़े सबमिशन/साबूत की मैटाडेटा (Metadata) और टाइमस्टैम्प (Timestamp) जांचने के लिए निम्न तरीके अपनाएं:
मैटाडेटा जांचने का तरीका:Youtube setting
- मैटाडेटा वह जानकारी होती है जो फाइल के बारे में विवरण देती है जैसे फाइल का बनाये जाने का समय, संपादित करने का समय, फाइल का आकार, कैमरे की सेटिंग (यदि फोटो या वीडियो हो), आदि।
- इसे देखने के लिए आप Windows या Mac के फाइल प्रॉपर्टीज़ (Properties) में जाकर Details टैब में देख सकते हैं।
- इसके अलावा, MediaInfo जैसे मुफ्त टूल से वीडियो, ऑडियो, या अन्य फाइलों की गहरी मैटाडेटा जांच सकते हैं, जिसमें कोडेक, फ्रेमरेट, क्रिएशन डेट आदि की जानकारी मिलेगी।
टाइमस्टैम्प जांचने का तरीका
- टाइमस्टैम्प से फाइल के निर्माण, संशोधन या एक्सेस का समय पता चलता है।
- Windows में फाइल पर राइट क्लिक करके “Properties” और फिर “Details” टैब खोलें, वहां Creation Date, Modified Date, और Accessed Date देख सकते हैं।
- Mac में फाइल पर Ctrl+Click कर “Get Info” से यह जानकारी मिलती है।
महत्वपूर्ण बातें:
- ध्यान रहे कि फाइल किसी अन्य सिस्टम या क्लाउड से डाउनलोड करने पर टाइमस्टैम्प बदल सकता है, इसलिए मूल मैटाडेटा हमेशा सही न हो।
- फोटो या वीडियो के लिए EXIF डेटा मैटाडेटा का एक खास हिस्सा होता है जिसमें कैप्चर डेट और लोकेशन जानकारी भी हो सकती है।
इस तरह से आप डाउनलोड की गई फाइल या नोटिस के सबमिशन की मैटाडेटा और टाइमस्टैम्प का विश्लेषण कर उसके प्रमाणिकता और समय को सुनिश्चित कर सकते हैं
बड़े फ़ाइलों के लिए ब्राउज़र सेटिंग्स कौन-सी बदलें
Youtube setting:-बड़े फ़ाइलों को ब्राउज़र में बेहतर ढंग से अपलोड या डाउनलोड करने के लिए निम्न ब्राउज़र सेटिंग्स बदलना या सुनिश्चित करना उपयोगी होता है:
1. कैशे क्लियर करें और बड़ा कैश अलॉट करें
- ब्राउज़र के कैशे को नियमित रूप से क्लियर करें ताकि स्टोरेज साफ रहे और नया डेटा सहेजा जा सके।
- अधिक बड़े फ़ाइलों के लिए ब्राउज़र को ज्यादा कैश स्पेस देना बेहतर प्रदर्शन देता है।
2. हार्डवेयर एक्सेलेरेशन चालू करें
- हार्डवेयर एक्सेलेरेशन चालू करने से ब्राउज़र की गति बढ़ती है, जिससे बड़ी फ़ाइलें जल्दी प्रोसेस होती हैं।
- यह विकल्प Settings > Advanced > System में होता है।
3. फाइल अपलोड या डाउनलोड लिमिट संबंधित सेटिंग्स
- कुछ ब्राउज़र में फाइल साइज़ लिमिट सेटिंग या टाइमआउट सेटिंग होती है, उसे बढ़ाना चाहिए।
- नेटवर्क की सीमाओं के अनुसार ब्राउज़र प्रॉक्सी या DNS सेटिंग्स भी चेक करें।
4. स्वचालित डाउनलोड फोल्डर सेट करें
- बड़े फ़ाइलों के लिए एक स्थिर और पर्याप्त स्टोरेज वाले फ़ोल्डर को डाउनलोड लोकेशन के रूप में सेट करें।
5. एक्सटेंशन और प्लगइन मैनेज करें
- जो एक्सटेंशन ब्राउज़र की गति को धीमा करते हों या फाइल हैंडलिंग में बाधा डालते हों, उन्हें डिसेबल या अनइंस्टॉल करें।
6. ब्राउज़र अपडेट रखें
- ब्राउज़र के लेटेस्ट वर्जन को उपयोग में लाएं क्योंकि अपडेट्स में परफॉरमेंस सुधार और बड़े फाइल सपोर्ट के लिए सुधार होते हैं।
इन सेटिंग्स को बदलने से बड़े फाइलों के प्रोसेसिंग, अपलोड और डाउनलोड में मदद मिलती है और ब्राउज़र स्थिर रहता है।
यदि विशेष ब्राउज़र (जैसे Chrome, Firefox, Edge) के लिए कदम चाहिए तो बता सकते हैं
कैश और कुकीज़ सेटिंग से डाउनलोड पर असर कैसे होता है
Youtube setting:-कैश और कुकीज़ सेटिंग्स का डाउनलोड पर असर कई प्रकार से हो सकता है:
1. डाउनलोड की गति और समय पर प्रभाव:-Youtube settting
- कैश और कुकीज़ को साफ़ करने से वेबसाइटें और ऐप्स तुरंत नई सामग्री लोड करते हैं, जिससे डाउनलोड का समय बढ़ सकता है। क्योंकि पुराना डेटा मिटाने के बाद फाइलें को फिर से डाउनलोड करना पड़ता है।
- यदि बहुत ज्यादा कैश मिटाई जाती है, तो वेबसाइटें और ऐप्स नई सामग्री लगभग पहली बार डाउनलोड कराते हैं, जो कि सामान्यतः धीमा हो सकता है।
2. ब्राउज़र के प्रदर्शन में सुधार या गिरावट
- कैश क्लियर करने से ब्राउज़िंग की गति बेहतर हो सकती है, लेकिन पहली बार भारी फाइलें फिर से लोड करनी पड़ती हैं।
- कुकीज़ मिटाने से साइट्स की आपकी सेटिंग्स और लॉगिन डिटेल्स साफ हो जाती हैं, जिससे बार-बार लॉगिन करना पड़ेगा।
3. डाउनलोड रिलेटेड प्रॉबलम्स का समाधान
- कभी-कभी पिछड़ा हुआ या दूषित कैश या कुकीज़ डाउनलोड में रुकावट या गलत फाइलो का कारण बन जाती हैं। इन्हें मिटाकर डाउनलोड सही से काम कर सकती हैं।
- खासकर मोबाइल डिवाइसेस या ब्राउज़र में पेज लोडिंग तेज न होने पर, कैश मिटाने से पुनः अच्छा प्रदर्शन मिल सकता है।
4. साइबर सुरक्षा और प्राइवेसी में सुधार
- कुकीज़ और कैश मिटाने से आपकी व्यक्तिगत जानकारी सुरक्षित रहती है और अनाधिकृत्त ट्रैकिंग में कमी आती है, जिससे सिस्टम की सुरक्षा बढ़ती है।
निष्कर्ष
- कैश और कुकीज़ मिटाने से डाउनलोड की प्रक्रिया पहले धीमी हो सकती है, लेकिन इसकी वजह से ब्राउज़र व वेबसाइट की परफॉर्मेंस और सिक्योरिटी बेहतर होती है। यदि आपके सिस्टम या ब्राउज़र में कोई समस्या आ रही हो, तो इन्हें साफ़ करना फायदेमंद रहता है।
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